लखनऊ। उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर विपक्ष के लगातार बढ़ते हमलों के बीच राज्य के पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि पुलिस की मुस्तैदी की वजह से प्रदेश में अपराध का ग्राफ गिरा है। सिंह ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा कि पूरे प्रदेश में अपराध का ग्राफ गिरा है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई की वजह से ऐसा हुआ है। प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर कांग्रेस, सपा और बसपा के शीर्ष नेताओं द्वारा राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार की लगातार आलोचनाओं के बीच प्रदेश पुलिस प्रमुख का यह बयान मायने रखता है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा इन दिनों प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर ट्विटर पर खासी सक्रिय हैं और वह इस मुद्दे पर सरकार को लगातार घेर रही हैं।
वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल में राज भवन जाकर राज्यपाल राम नाईक से प्रदेश की बिगड़ती कानून-व्यवस्था की शिकायत की थी और हस्तक्षेप करने की मांग की थी। इसके अलावा बसपा प्रमुख मायावती भी कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर राज्य सरकार की लगातार आलोचना कर रही हैं। विपक्षी दलों के इन आरोपों के बारे में पूछे जाने पर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि ऐसा कब नहीं था, आरोप तो लगते रहते हैं? उन्होंने कहा कि पुलिस प्रदेश में होने वाली हर आपराधिक वारदात पर मुस्तैदी से सख्त कार्रवाई कर रही है। पिछले 2 वर्ष में पुलिस कार्रवाई में 81 अपराधी मारे जा चुके हैं और 9,925 गिरफ्तार हुए हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत की गई कार्रवाई में करीब 200 करोड़ रुपए की सम्पत्ति जब्त की गई है। सिंह ने अपराध के ताजा आंकड़े साझा करते हुए कहा कि वर्ष 2018 के मुकाबले इस साल 31 मई तक डकैती, हत्या, लूट, बलात्कार और अपहरण की वारदात में कमी आई है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में बलात्कार की 1,727 वारदात दर्ज हुई थी। इस साल ऐसी घटनाओं में 37.52 प्रतिशत की गिरावट आई है। वहीं, हत्या की वारदात में भी 15.37 फीसद की कमी दर्ज की गई है। डीजीपी ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले डकैती की वारदात में 28.99 प्रतिशत, लूट की घटनाओं में 36.99 फीसद और हिंसक टकराव की वारदात में 34.68 प्रतिशत गिरावट आई है। कुल मिलाकर पूरे प्रदेश में अपराध में 20 से 35 फीसद तक की कमी आई है। जनता के साथ पुलिसकर्मियों के बर्ताव के बारे में पूछे जाने पर डीजीपी ने कहा कि आम लोगों से व्यवहार का प्रशिक्षण दिए जाने के बाद हालात में सुधार हुआ है। चंद घटनाएं हुई हैं, मगर उनमें पुलिसकर्मियों के खिलाफ फौरन कार्रवाई भी हुई है। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधों को रोकने के लिये बरेली, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर और आगरा में 6 नए साइबर पुलिस थाने बनाए जा रहे हैं। इस वक्त केवल लखनऊ और नोएडा में ही ऐसे थाने काम कर रहे हैं।