नई दिल्ली: देश में प्लास्टिक उत्पादों के उपयोग में जारी तेजी से वर्ष 2025 तक इस उद्योग के बढ़कर 5 लाख करोड़ रुपए पर पहुंचने और इसमें 60 लाख लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है। ‘दि ऑल इंडिया प्लास्टिक मैन्युफेक्चरर्स एसोसिएशन ने यह अनुमान व्यक्त करते हुए कहा कि अभी यह उद्योग 2.25 लाख करोड़ रुपए का है। इस क्षेत्र में अभी 45 लाख लोगोें को रोजगार मिला हुआ जिसके वर्ष 2025 तक बढ़कर 60 लाख होने की संभावना है। वर्तमान में देश से आठ अरब डॉलर के प्लास्टिक उत्पाद निर्यात किए जा रहे हैं जिसके वर्ष 2025 तक बढ़कर 30 अरब डॉलर पर पहुंचने की उम्मीद है।
उसने कहा कि सरकार ने वर्ष 2024 तक देश की अर्थव्यवस्था के बढ़कर पाँच लाख करोड़ डॉलर के होने का लक्ष्य निर्धारित किया है जिसमें प्लास्टिक उद्योग अपना पूरा योगदान देने के लिए तैयार है लेकिन इसके लिए सरकार को उद्योग आधारित नीति बनानी होगी और आयातों पर शुल्क कम करना होगा। इसके अलावा मध्यम और छोटे उद्यमियों को प्रोत्साहित कर अच्छी आधारभूत संरचना और वित्त की आसान उपलब्धता भी सुनिश्चित करनी होगी। संगठन ने इस उद्योग के लिए नया नारा ‘प्लास्टिक बचाओ, पर्यावरण बचाओश् भी जारी किया है और कहा कि प्रदूषण को लेकर प्लास्टिक पर पाबंदी नहीं लगाई जानी चाहिए, बल्कि अन्य योजना बनाकर इस उद्योग को बढ़ावा देने की जरूरत है। इसके लिए लोगो में जागरूकता लाने और प्लास्टिक के रि-साइकिलिंग की सुचारू योजना बनाने की आवश्यकता है।