लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस पर पार्टी को घेरा है। उन्होंने ट्विटर कर कहा कि‘‘बीजेपी के संस्थापक आडवाणी ने पार्टी स्थापना दिवस पर जो चुभती टिप्पणी की है वह बीजेपी व पीएम मोदी सरकार की गलत नीति,कार्यकलापों पर जनभावना के अनुरूप अविश्वास प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि यह जनता के लिए देशहित का संदेश है कि ऐसी निरंकुश जनविरोधी पार्टी को सत्ता में पुनरू लौटने का हक नहीं है। बता दें कि लालकृष्ण आडवाणी ने ब्लॉग लिखकर मौजूदा पार्टी के तौर-तरीके पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी ने शुरू से ही राजनीतिक विरोधियों को दुश्मन नहीं माना। जो हमसे राजनीतिक तौर पर सहमत नहीं हैं इन्हें देश विरोधी नहीं कहा। उन्होंने आगे लिखा, पार्टी नागरिकों के व्यक्तिगत और राजनीति पसंद की स्वतंत्रता के पक्ष में रही है।
राष्ट्र सबसे पहले, फिर दल और अंत में मैं के शीर्षक वाले इस ब्लॉग में आडवाणी ने बीजेपी की स्थापना दिवस का हवाला देते हुए याद दिलाया कि वो भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी दोनों के संस्थापक सदस्य हैं और लगभग पिछले सत्तर साल से देश की सेवा कर रहे हैं। यह जनता के लिए देशहित का संदेश है कि ऐसी निरंकुश जनविरोधी पार्टी को सत्ता में पुनरू लौटने का हक नहीं है। बता दें कि लालकृष्ण आडवाणी ने ब्लॉग लिखकर मौजूदा पार्टी के तौर-तरीके पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी ने शुरू से ही राजनीतिक विरोधियों को दुश्मन नहीं माना। जो हमसे राजनीतिक तौर पर सहमत नहीं हैं इन्हें देश विरोधी नहीं कहा।