संवाददाता, उन्नाव। शहीद अजीत कुमार आजाद की अन्तिम यात्रा में शनिवार को जन सैलाब उमड पड़ा। व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बन्द रखे। वहीं राजनैतिक, वकीलो, पत्रकारो, सामाजिक, शैक्षिक, संगठनो ने शहीदो को श्रद्धाजलिं देते हुए आक्रोश भरे गगनभेदी पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। जनपद के लाल अजीत कुमार की शहादत पर एक तरफ लोगो का सीना चैड़ा है कि उनकी ही माटी में जन्मा वीर सपूत आज देश के काम में आया। उधर दूसरी तरफ सीने में दर्द है कि हमने एक लाल खो दिया।जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहर के लाल अजीत आजाद का शव शनिवार की भोरपहर घर पहुंचते ही कोहराम मच गया।
छोटे भाई रजीत ने शहीद को मुखाग्नि दी
शुक्लागंज में गंगा तट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ नम आखो के बीच अंन्तिम संस्कार किया गया। शहीद के छोटे भाई रजीत ने शहीद को मुखाग्नि दी अन्तिम संस्कार तक भारत माता की जय पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे गुजते रहे इसके पहले शहीद की शव यात्रा गंगातट पर पहुचने पर गार्ड आफ आॅनर दिया गया।
शहीद को श्रद्धाजलि दी
शहीद की अन्तिम शव यात्रा उनके आवास लोकनगर से उठ कर कब्बाखेडा होते हुए कचेहरी ओवरब्रिज से बडे चैराहे पहुची जहां लाखो की संख्या में लोग पहले से मौजूद थे। महिलाओं ने पूरे रास्ते में छतो से पुष्प वर्षा कर शहीद को श्रद्धाजलि दी। सडक के दोनो ओर भी हजारो की संख्या में लोग फूल मालाये हाथ में लिये शव यात्रा का इंन्तजार करते रहें। इस दौरान महिलाओं से लेकर बुजुर्गो तक के चेहेरो पर दुख व आक्रोश साफ नजर आ रहा था। तभी एक सुर में जहां पाकिस्तान की इस कायराना हरकत को लेकर रोष व्यक्त कर रहे थे। वहंी प्रशासनिक अमले के साथ जिलाधिकारी, सीडीओ, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी शव यात्रा के साथ पैदल चल रहे थे। शहीद को श्रद्धाजलि देने का आलम यह था कि सरकारी से लेकर गैर सरकारी संस्थानो के कर्मचारी अपने कार्य को रोककर शव यात्रा में शामिल हुए।
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