कोलकाता: राजद नेतातेजस्वी यादव ने मंगलवार को कहा किप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक हलफनामे पर यह वादा करते हुए हस्ताक्षर करना चाहिए कि लोकसभा चुनाव के बाद वह सरकार बनाने के लिए उन 23 विपक्षी पार्टियों से मदद नहीं लेंगे, जिन्हें उन्होंने ‘भ्रष्ट’ और ‘चोर’ करार दिया है. यादव विपक्ष के वैसे नेताओं में से एक हैं जिन्होंने तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से धरना स्थल पर मुलाकात की और जनसभा को संबोधित किया. इससे पहले यादव 19 जनवरी को बनर्जी की ओर से आयोजित विपक्ष की रैली में भी हिस्सा ले चुके हैं. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने विपक्षी पार्टियों की तुलना ‘चोरों के एक झुंड’ से की थी और इन सभी पर भ्रष्टाचार में लिप्त होकर देश का धन लूटने का आरोप लगाया था. तेजस्वी ने कहा, ‘आज भाजपा के सभी नेता कह रहे हैं कि विपक्षी पार्टियों का संघीय मोर्चा बनाने के लिए चोरों का एक झुंड साथ आया है.
मैं मोदीजी, अरुण जेटलीजी, अमित शाह जी और रवि शंकर प्रदास जी से आग्रह करूंगा कि वह 23 विपक्षी पार्टियों में से किसी के साथ भी सरकार बनाने के लिए मदद नहीं लेंगे.’ इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने मंगलवार को धरना स्थल से संबोधित करते हुए कहा कि पीएम मोदी और एनडीए के लोग देश को बर्बाद करने का काम कर रहे हैं. एनडीए को सत्ता में आए अब साढ़े चार साल से ज्यादा का समय हो गया है. लेकिन इस दौरान उन्होंने सिर्फ जुमलेबाजी ही की.
उन्होंने कहा कि आलम यह है कि उनके द्वारा किए गए वादे आज तक पूरे नहीं किए जा सके. पीएम मोदी और उनकी सरकार ने सिर्फ अच्छे दिन के नाम पर लोगों को ठगा है. तेजस्वी यादव ने इस दौरान सीबीआई की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि सीबीआई को सही में अपना काम करना है तो वह अमित शाह के घर पर छापेमारी करे. अमित शाह के बेटे से पूछताछ करे. लेकिन वह ऐसा नहीं करेगी. तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि हम यहां पर संविधान की रक्षा के लिए आए हैं. पीएम मोदी अपने विरोधियों को खत्म कर देना चाहते हैं इसलिए सीबीआई और अन्य एजेंसियों का इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पीएम ने बीते साढ़े चार साल में क्या किया इसे लेकर उनके पास कोई जवाब नहीं है.