हरियाणा: रेवाड़ी दिल्ली रेलमार्ग पर पहली बार इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ी। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि पिछले कई दशकों से पूर्व क्षेत्र या बिहार व पश्चिम बंगाल से रेल मंत्री बनते आ रहे थे, इसलिए पश्चिमी क्षेत्र में रेलवे के विकास की ओर ध्यान नहीं दिया गया। केंद्र में भाजपा सरकार आने के बाद रेवाड़ी जंक्शन को बीकानेर जोन से जयपुर जोन में शामिल करने के बाद रेलवे के विकास कार्यों में तेजी आने लगी है। केंद्रीय मंत्री बुधवार को 150 करोड़ रुपये की लागत से रेवाड़ी से दिल्ली रेल खंड के विद्युतीकरण एवं रेलवे स्टेशन पर वाई-फाई व कोच डिस्प्ले बोर्ड का लोकार्पण किया करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने एशिया के सबसे बड़े रेलवे स्टेशनों में शुमार रहे रेवाड़ी जंक्शन से इलेक्ट्रिक ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर दिल्ली के लिए रवाना किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मीटर गेज से ब्रॉडगेज में तब्दील होने के बाद यह स्टेशन काफी पिछड़ गया था,
क्योंकि यहां मिलने वाली सुविधाएं दूसरे जोन को मिलने लगी थी, लेकिन अब मौजूदा केन्द्र सरकार के प्रयासों से रेवाड़ी रेलवे जंक्शन को तमाम तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है, ताकि रेलवे स्टेशन को पहले जैसी ख्याति मिल सके। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की वर्षों पुरानी इस मांग को पूरा करने के लिए वे लगातार प्रयासरत थे। रेवाड़ी-दिल्ली रेल लाइन पर इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने के बाद रेल यात्रियों को यात्रा में कम समय लगने के साथ ही प्रदूषण भी कम होगा। इलेक्ट्रिक ट्रेन के बाद जिले वासियों के लिए दिल्ली दूर नहीं है। राव इंद्रजीत ने बताया कि वर्ष 2014 में दिल्ली-अहमदाबाद रेल लाइन के इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य मंजूर हुआ था। अगस्त 2017 में गुरुग्राम से रेवाड़ी-दिल्ली रेल लाइन के इलेक्ट्रिफिकेशन के कार्य की शुरूआत उन्होंने गुरुग्राम रेलवे स्टेशन से की थी। उन्होंने बताया कि 2018 के दिसंबर तक इलेक्ट्रिफिकेशन के कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रेलवे विभाग की ओर से रखा गया था, लेकिन तकनीकी कारणों से विलंब हुआ। करीब 80 किलोमीटर के रेवाडी-दिल्ली रेल लाइन के इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य एलएंडटी कंपनी को दिया गया।
अलवर से रेवाड़ी के बीच के इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य पहले ही पूरा कर लिया गया है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि शहर के रेलवे स्टेशन पर वाई फाई सेवा, कोच डिस्पले की सेवा को भी शुरू किया गया है। दैनिक रेल यात्रियों को इस योजना का लाभ मिलने के साथ लंबी दूरी की नई ट्रेनों के संचालन व लंबी दूरी की ट्रेनों के स्टॉपेज की भी जानकारी मिलेगी। राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि डबल फाटक 58बी पर बनने वाले अंडर पास के निर्माण में तकनीकी कारणों से देरी हो रही थी, लेकिन अब जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। वहीं रेलवे स्टेशन पर बंद पड़े सीसीटीवी कैमरों को भी जल्द ही चालू कराया जाएगा। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए हैं।
प्लेटफार्म नंबर एक पर रिटायरिंग रूम, प्लेट फार्म नंबर 4 पर वाटर वेडिंग मशीन, प्लेट फार्म नंबर एक पर वेटिंग रूम, डबल फाटक पर अंडर पास, वाई फाई और कोच डिस्पले सिस्टम की सुविधा 1.05 करोड़ की लागत से, फुट ओवर ब्रिज रैंप प्लेट नंबर दो, हाइड्रेंट वर्क कोच वाटरिंग प्लेट फार्म नंबर 6 और 8 पर तथा प्लेट फार्म नंबर 6, 7 और 8 पर नए शौचालयों की व्यवस्था करवाई गई है। इसके अलावा सात करोड़ रुपये की लागत से नये कार्य और करवाए जा रहे हैं। रेवाड़ी से दिल्ली के बीच सात पैसेंजर ट्रेने चलती हैं। एक ट्रेन आने-जाने के दो फेरे करती है। अब ये सभी ट्रेनें इलेक्ट्रिक इंजन से चलेंगी। 31 जनवरी को तीन पैसेंजर ट्रेन और एक फरवरी को अन्य चार पैसेंजर ट्रेनों को इलेक्ट्रिक इंजन से चलाया जाएगा।