लखनऊ। सपा में लगातार नेताओं के बीच फूट देखने को मिल रही है। शिवपाल यादव ने सपा से अलग होकर नयी पार्टी बनाकर अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ा दी है। सपा में अखिलेश यादव के नेतृत्व से नाराज सपा नेता इस्तीफा देकर शिवपाल यादव की प्रगतिशील सपा लोहिया का दामन थाम रहे हैं। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के गढ़ इटावा में एक कद्दावर मुस्लिम नेता ने अखिलेश का साथ छोड़कर शिवपाल यादव की प्रसपा का दामन थाम लिया है। नवगठित प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने इटावा पहुंचकर समाजवादी पार्टी को एक और बड़ा झटका दिया है।
शिवपाल यादव ने समाजवादी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष सफी अहमद को उनके सैकड़ों समर्थकों के साथ सपा से इस्तीफा दिलवाकर अपनी पार्टी में शामिल करवाया है। शिवपाल यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि दिसंबर में लखनऊ में होने वाली जन आक्रोश रैली में नेताजी को आने से जो भी रोकेगा वो लोग प्रदेश में एक भी सीट नहीं जीतेंगे। मीडिया से बातचीत में शिवपाल यादव ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा हनुमान जी को दलित बताए जाने वाले सवाल पर कहा कि भाजपा झूठ बोलने वाली पार्टी है। बीजेपी लोगों की धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम कर रही है। हम चाहते हैं कि भाजपा हर जगह चुनाव हारे। शिवपाल ने अखिलेश यादव का नाम लिए बिना इशारा करते हुए कहा कि कुछ लोग हमें भाजपा का एजेंट बता रहे थे और उन लोगों ने डर की वजह से आज तक भाजपा के खिलाफ कुछ नहीं बोला है।