लखनऊ। पिछले कई महीनों से लगातार अपनी मांगों को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षकों ने मंगलवार को विधानभवन का घेराव किया। मंगलवार सुबह पहुंचे इन शिक्षकों ने हजरतगंज चौराहे पर जमकर हंगामा किया। सरकार विरोधी नारे लगाते हुए भाजपा कार्यालय की तरफ कदम बढ़ाए तो मौके पर तैनात पुलिस फोर्स ने बैरिकेटिंग लगाकर उन्हें दारुलशफा के पास रोका। इस दौरान पुलिस से शिक्षकों की नोक-झोंक भी हुई। वित्तविहीन शिक्षकों ने कहा कि मान्यता प्राप्त विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षिकाओं से सामान्य विभाग के शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के समान कार्य लिया जा रहा है। इसको लेकर वित्तविहीन शिक्षकों की ओर से लंबे समय से मांग की जा रही है कि सरकार द्वारा कर्मचारियों के समान मानदेय एवं वेतन दिया जाए, लेकिन इसके बाद भी मांगों पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है। शिक्षकों का कहना था कि चुनाव से पहले तो बीजेपी की ओर से तमाम वादे किए गे थे लेकिन अब कुछ नहीं हो रहा है। इस वजह से मजबूरन शिक्षकों को एकजुट होना पड़ा। शिक्षक देश की नींव बनाने का काम करता है।
जब शिक्षक मजबूत होगा तो ही मजबूत नींव का निर्माण कर सकता है। इसलिए अब समय आ गया है कि हम अपने हक की लड़ाई के लिए मुखर होकर आगे आएं। शिक्षक एक होकर अपने हक की लड़ाई लड़ेगा। सरकार के पास वित्तविहीन शिक्षकों की मांगों को मानने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। विधानसभा मार्ग व हजरतगंज के आस-पास वित्तविहीन शिक्षक प्रर्दशन के दौरान सड़क पर बैठ गए। उधर, पुलिस प्रशासन प्रदर्शनकारियों को हटाने का प्रयास करती रही, लेकिन कोई हिलने को तैयार नहीं हुआ।इसके चलते हजरतगंज चौराहे पर घंटों जाम लगा रहा। गाड़ियों का आवागमन प्रभावित रहा। लोगों को हजरतगंज की ओर जाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। ट्रैफिक पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद जाम लगा रहा।