जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से दोस्ती की पींग बढ़ाने को बेताब हैं। महबूबा ने जहां पीओके के साथ व्यापार बढ़ाने के लिए नियंत्रण रेखा के आर-पार और रास्ते खोलने की दिशा में काम करने जा रही हैं, वहीं उन्होंने सुझाव दिया है दोनों तरफ के बच्चों को एक-दूसरे के यहां जाकर दोस्ती को मजबूत करना चाहिए। पार्टी के 18वें स्थापना दिवस पर शनिवार को आयोजित एक बड़ी रैली को संबोधित करते हुए महबूबा ने दूसरी तरफ के कश्मीर के लोगों से अपील की कि वे यहां 15 दिन के दौरे पर अपने बच्चों को भेजें। इसके बाद यहां से भी बच्चों को वहां भेजा जाएगा। इससे दोनों तरफ के बच्चे एक-दूसरे के रहन-सहन को देख सकेंगे।
महबूबा ने कहा कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) नियंत्रण रेखा के आर-पार होने वाले व्यापार पर रोक लगाने की मंजूरी नहीं देगी और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के साथ लगती नियंत्रण रेखा के आर-पार और रास्ते खोलने की दिशा में काम करती रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘वाघा सीमा के जरिये काफी मुश्किलें आती हैं, वहां से चरस और गांजा आता है लेकिन कोई उसे बंद करने की बात नहीं कर रहा।
उन्होंने अविभाजित जम्मू-कश्मीर के लिए एक संयुक्त विधायिका के विचार पर चर्चा करते हुए कहा, ‘हमारी विधानसभा में उस तरफ के कश्मीर के लिए सीटें आरक्षित हैं। हमें उन सीटों के लिए नामांकन करने को लेकर मिलकर फैसला लेना चाहिए। हमें फैसला करना चाहिए कि इस विधानसभा की हर साल एक बार इस कश्मीर और एक बार उस कश्मीर में बैठक हो ताकि हम पर्यटन, यात्रा और शारदा पीठ खोलने के बारे में बात कर सकें।’
श्रीनगर-मुजफ्फराबाद रोड पर केवल एक गलती होने के कारण, हमें उसे बंद करने की बात नहीं करनी चाहिए। हमें ऐसा नहीं होने देना चाहिए।’ गौरतलब है कि गत 21 जुलाई को पुलिस ने पीओके से आये एक ट्रक से 66.5 किलोग्राम हेरोइन और ब्राउन शुगर जब्त की थी। इस माल की कीमत 300 करोड़ रुपये है।
ऐसी भी खबरें हैं कि कश्मीर में आतंकवाद के वित्तपोषण की जांच कर रही एनआईए नियंत्रण रेखा के आर-पार के मार्गों पर व्यापार बंद करने की सिफारिश कर सकती है।