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आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह है मोबाइल फोन, जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल आपको उम्र से पहले कर रहा बूढ़ा

बच्चा हो या बड़ा, जवान हो या बूढ़ा, आज मोबाइल का इस्तेमाल लगभग हर कोई कर रहा है, फिर चाहे इसका यूज काम के लिए हो या महज एंटरटेनमेंट के लिए। भले ही फोन से घंटों का काम मिनटों में हो रहा हो, साथ ही साथ यह टीवी जैसा मनोरंजन भी कर रहा हो, लेकिन इसका जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह है। इससे निकलने वाली रोशनी सिर्फ आपकी आंखों के लिए ही हानिकारक नहीं, बल्कि यह आपकी त्वचा को भी प्रभावित करती है जो गंभीर चिंता का कारण है।
1. स्किन को उम्र से पहले बूढ़ा कर रही है मोबाइल लाइट
स्किन को सूर्य की पराबैंगनी किरणों से बचाने के लिए सनस्क्रीन लोशन का इस्तेमाल किया जाता है, हालांकि घर बैठे इसका इस्तेमाल नहीं किया जाता। लेकिन यह ना भूलें कि घर बैठे अगर आप फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपकी स्किन को फोन से निकलने वाली ब्लू लाइट की खुराक मिल रही है। सूरज की किरणों की तरह स्मार्टफोन भी नीले रंग का उच्च ऊर्जा वाला प्रकाश उत्त्सर्जित करता है, जो स्किन के लिए सही नहीं है।
2. UVA किरणों के बराबर है ब्लू लाइट
शोध के अनुसार, लंबे समय तक मोबाइल के संपर्क में रहने से स्किन पिगमेंटेशन व त्वचा पर लाल धब्बे जैसी समस्याएं सामने आई हैं। यह ब्लू लाइट UVA किरणों जैसा इफेक्ट ही स्किन पर छोड़ती है, जो स्किन को झुर्रियों से मुक्त रखने वाले प्रोटीन (कोलेजन और एलिस्टिन) को प्रभावित कर नुकसान पहुंचाती है। इससे स्किन उम्र से पहले ही बूढ़ी होने लगती है। इसी तरह यह आंखों के लिए भी नुकसानदेह है। इसका अधिक इस्तेमाल आंखों के आस-पास काले घेरे, स्किन पर पड़े काले धब्बे, झाइयां व झुर्रियां की वजह बन सकता है।
3. आंखों के लिए भी नुकसान
स्किन के साथ आपकी आंखों पर भी इस लाइट का बुरा प्रभाव पड़ता है। घंटों नजर गड़ाए रखने से आंखों की रोशनी उम्र से पहले कम हो रही है। बचपन में ही चश्मा लगने की एक वजह मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल है।
– इससे आंखों के नीचे काले घेरे पड़ने लगते हैं।
– थकी आंखें, पफ्फी आईज (आंखों के आस-पास सूजन) और आंखों में खुजली व लाली की वजह भी मोबाइल हो सकता है।
4. डिप्रेशन के लिए भी जिम्मेदार
लोग मोबाइल फोन की लत में इस कदर फंस चुके हैं कि रात को घंटों इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे नींद पूरी नहीं हो पाती, जिससे शरीर थका रहता है और दिमाग भी तरोताजा नहीं रहता। शारीरिक और मानसिक थकान दूर नहीं होने पर स्वभाव में चिड़चिड़ापन व अकेलापन आने लगता है जो डिप्रेशन का रूप ले लेता है।
5. सोने से पहले ना इस्तेमाल करें मोबाइल 
बहुत सारे लोग सोने से पहले जमकर फोन यूज करते हैं। रात को इसका इस्तेमाल आपकी स्किन को दोगुना प्रभावित करता है, इसलिए सोने से पहले फोन से दूरी बना लें तो बेहतर है।

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