
सूर्योदय भारत समाचार सेवा : उत्तर रेलवे के निर्माण विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान आधारभूत ढाँचे के विकास में प्रगति दिखाई है। महाप्रबंधक अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि इस वर्ष कुल 92.551 किलोमीटर नई रेल लाइनें चालू की गईं। इनमें USBRL प्रोजेक्ट के अहम हिस्से शामिल हैं।
इस परियोजना के तहत 46 किलोमीटर लंबा संगलदान-रियासी सेक्शन का निरीक्षण 1 जुलाई 2024 को रेलवे सुरक्षा आयुक्त (CRS) द्वारा किया गया। इसके साथ ही 17 किलोमीटर लंबा katda सेक्शन का निरीक्षण 7 और 8 जनवरी 2025 को हुआ। देवबन्द–रुड़की लाइन (29.551 किलोमीटर) का CRS निरीक्षण 29 मार्च 2025 को पूरा हुआ।

डबलिंग कार्यों में जहाँ 129.865 किलोमीटर में काम पूरा हुआ। इसमें से 19 किलोमीटर का निर्माण और 110.865 किलोमीटर का कमीशनिंग हुआ। राजपुरा–बठिण्डा रूट पर 31.23 किलोमीटर का कमीशनिंग (मई 2024) और जंघई–फाफा मऊ प्रोजेक्ट शामिल हैं। लुधियाना–बद्दोवाल और लुधियाना–गिल्ल के बीच स्पीड ट्रायल भी नवंबर 2024 और मार्च 2025 में सफलतापूर्वक किए गए। मार्च 2025 में जंघई–प्रतापगढ़–अमेठी डबलिंग के 23.715 किलोमीटर का कार्य पूरा हुआ।
महाप्रबंधक ने बताया कि वर्ष 2024-25 में कुल 26 नॉन-इंटरलॉकिंग (NI) कार्य पूरे किए गए। इनसे नई लाइनों, डबलिंग और लंबी लूप लाइनें, अयोध्या कैंट और रोजा यार्ड का पुनः निर्माण तथा जम्मू, शाहगंज, पलवल और रुड़की में नॉन-इंटरलॉकिंग (NI) कार्य किए गए।
17 रोड ओवर ब्रिज (ROB) और 50 लिमिटेड हाइट सबवे (LHS)/रोड अंडर ब्रिज (RUB) पूरे किए गए। ट्रैक नवीनीकरण के तहत उतरेटिया–आलमनगर बाईपास पर 17 किलोमीटर का थ्रू फिटिंग ट्रैक रिन्यूअल (TFTR) पूरा हुआ।
रायबरेली में 26 कोच वॉशिंग और सिक्स लाइन पूरी की गईं। कालका में ब्रॉड गेज वॉशिंग लाइन का विस्तार किया गया। साथ ही, नई दिल्ली के तिलक ब्रिज पर ऑफिसर्स रेस्ट हाउस में दो ब्लॉक और लखनऊ में लोको पायलटों और गार्ड्स के लिए एक नया रनिंग रूम बनाया गया, जिसमें 125 दो-बिस्तरों वाले कमरे हैं।