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सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह, ने एससीईआरटी द्वारा किये जा रहे सतत् प्रयासों तथा शिक्षकों के प्रोत्साहन हेतु कराये जाने वाले कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि एससीईआरटी द्वारा प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षकों को तराशने का काम किया जाता है। उन्होंने कहा कि एससीईआरटी द्वारा विकसित शिक्षक प्रशिक्षण मॉड्यूल ‘सम्पूर्ण’ समेकित रूप से कम समय में शिक्षकों का क्षमता संवर्द्धन करेगा। एससीईआरटी द्वारा पूर्व प्राथमिक स्तर के बच्चों हेतु विकसित सामग्री बच्चों के अधिगम स्तर को ऊँचा उठाने में सहायक होगी। यह बच्चों के भाषायी और गणितीय कौशलों के विकास के साथ-साथ बच्चों की कल्पनाशीलता, रचनात्मकता तथा अवधारणाओं की समझ बनाने में सहायक होंगी। इससे बच्चे प्रसन्नता और उत्साह के साथ सीखने को तत्पर रहेंगे।
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सिंह शनिवार को निशातगंज एससीईआरटी, उ०प्र०, लखनऊ के सभागार में सेन्टर ऑफ एक्सिलेंस डायट भवनों का शिलान्यास, राज्य स्तरीय कला, क्राफ्ट और पपेट्री प्रतियोगिता के चयनित प्रतिभागियों के पुरस्कार वितरण, एकीकृत प्रशिक्षण मॉड्यूल ‘सम्पूर्ण’ तथा पूर्व प्राथमिक स्तर की ‘चहक’ एवं ‘परिकलन’ कार्यपुस्तिका के विमोचन सम्बन्धी कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। कार्यक्रम का शुभारम्भ उन्होंने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। प्रतिभागी शिक्षकों को प्रोत्साहित करते हुए मंत्री ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग सबसे बड़े परिवार के रूप में है, इस लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदारी भी हमारे ऊपर है। आज हमारा यह परिवार अपनी कार्यकुशलता एवं क्षमता के साथ कार्य कर रहा है। पूर्व में प्रोत्साहन तथा संसाधनों की कमी थी, पर अब ऐसा नहीं है। कई लोगों में बहुत प्रतिभा होती है। अवसर मिलने के बाद यदि कोई अच्छा कार्य करे और उसे सम्मानित किया जाये तो उस व्यक्ति की कार्य करने की क्षमता दोगुनी और तीन गुनी हो जाती है।
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संदीप सिंह ने कहा कि हम शिक्षकों द्वारा किये गये प्रयासों एवं सकारात्मक परिवर्तनों को स्वीकार करते हैं। शिक्षा के गुणवत्ता संवर्द्धन हेतु यदि आपके कोई सुझाव हों तो हमारे साथ साझा कर सकते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में बुनियादी बदलाव किये जा रहे हैं। हम सभी अपना शत-प्रतिशत योगदान देकर प्रदेश को आगे बढ़ायेंगे।
इस अवसर पर निदेशक, एससीईआरटी द्वारा मुख्य अतिथि तथा अन्य अतिथियों का स्वागत किया गया। डॉ० पवन सचान, संयुक्त निदेशक द्वारा कार्यक्रम का परिचय दिया गया। मंत्री द्वारा प्रथम चरण में चयनित प्रदेश के 13 डायट्स वाराणसी, जौनपुर, मेरठ, अलीगढ़, लखनऊ, मुरादाबाद, गोरखपुर, कुशीनगर, बाराबंकी, कानपुर देहात, आगरा, प्रयागराज, मुजफ्फरनगर के डायट भवनों का शिलान्यास किया गया। शिलान्यास के उपरान्त मंत्री द्वारा एससीईआरटी द्वारा तैयार कराये गये एकीकृत प्रशिक्षण मॉड्यूल ‘सम्पूर्ण’ तथा पूर्व प्राथमिक स्तर के 3-6 वय वर्ग के बच्चों के लिए तैयार की गयी कार्यपुस्तिकाओं ‘चहक’ एवं ‘परिकलन’ का विमोचन किया गया। विमोचन के उपरान्त पंचम राज्य स्तरीय कला, क्राफ्ट पपेट्री प्रतियोगिता के चयनित प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र और मैडल प्रदान किये गये।
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इस अवसर पर दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव, वित, माध्यमिक तथा बेसिक शिक्षा विभाग ने शासन द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे संरचनात्मक सुधारों के बारे में बताते हुए कहा कि शिक्षा एक महत्वपूर्ण सेक्टर है, जिसमें सबसे ज्यादा रिटर्न मिलता है। शिक्षण में गुणवत्ता संवर्द्धन हेतु विशिष्ट संस्थानों के साथ समन्वयन किया जा रहा है।
श्रीमती कंचन वर्मा, महानिदेशक, स्कूल शिक्षा ने कक्षा-कक्ष में हो रहे गुणवत्ता संवर्धन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रशिक्षण को प्रभावी बनाने के लिए अच्छे प्रशिक्षण के साथ-साथ अच्छे माहौल की भी आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि सेंटर ऑफ एक्सिलेंस के रूप में डायट एक उत्कृष्ट प्रशिक्षण संस्थान के रूप में स्थापित होंगे। एससीईआरटी द्वारा शिक्षक प्रशिक्षण तथा शैक्षिक सामग्री के विकास में बहुत बेहतर ढंग से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस योजना के अन्तर्गत डायट न केवल संरचनात्मक रूप से सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस बनेंगे वरन् शिक्षक प्रशिक्षण की गुणवत्ता के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित करेंगे। इसका प्रभाव विद्यालयी शिक्षा की गुणवत्ता पर पड़ेगा एवं उत्तर प्रदेश एक निपुण प्रदेश बनेगा।
इस अवसर पर गणेश कुमार, निदेशक, एससीईआरटी, डॉ० पवन सचान, संयुक्त निदेशक, एससीईआरटी तथा एससीईआरटी के समस्त अधिकारी, संकाय सदस्य एवं कार्यालय स्टाफ उपस्थित रहे। कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से राज्य स्तरीय कला क्राफ्ट एवं पपेट्री प्रतियोगिता में चयनित शिक्षक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अन्त में श्रीमती दीपा तिवारी, उप शिक्षा निदेशक, एससीईआरटी द्वारा कार्यक्रम में आए सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया !