सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन एवं कुशल नेतृत्व में बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश ने विगत वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है।
विद्यालयों की आधारभूत सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण हेतु संचालित ऑपरेशन कायाकल्प, छात्र-छात्राओं के कक्षानुरूप दक्षताओं हेतु संचालित निपुण भारत मिशन, डिजिटल लर्निंग हेतु स्थापित किये जाने वाले स्मार्ट क्लास व आई०सी०टी० लैब्स, मॉनिटरिंग हेतु शिक्षकों को उपलब्ध कराये गये टैबलेट्स व राज्य स्तर पर स्थापित विद्या समीक्षा केन्द्र, गर्वनेन्स मे स्वच्छता एवं पारदर्शिता हेतु संचालित डी०बी०टी० कार्यक्रम एवं मानव सम्पदा पोर्टल जैसे कार्यक्रमों के फलस्वरूप बेसिक शिक्षा विभाग में आमूल-चूल सकारात्मक परिवर्तन आया है, जिसे पूरा प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरा राष्ट्र भी महसूस कर रहा है। किन्तु अभी हमें और भी आगे जाना है। उन्होंने यह विचार बेसिक शिक्षा विभाग, उ०प्र० द्वारा इन्दिरा गाँधी प्रतिष्ठान के मरकरी हॉल में एक बृहद एवं भव्य कार्यक्रम में व्यक्त कर रहें थे। इस अवसर पर कार्यक्रम में अनेक महत्वपूर्ण विभागीय योजनाओं का लोकार्पण/शुभारम्भ करने के साथ-साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं, अध्यापकों व अधिकारियों को पुरस्कृत/सम्मानित कर विभागीय कर्मियों के बीच एक सकारात्मक संदेश प्रसारित करने का प्रयास किया गया।
बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने कहा कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों का उच्चीकरण, पी०एम०श्री० विद्यालय, मुख्यमंत्री कम्पोजिट विद्यालय, मुख्यमंत्री अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालय आदि के माध्यम से हम इस दिशा में आगे की ओर कदम बढा चुके हैं। उन्होंने प्रदेश के शैक्षिक परिदृश्य को बेहतर बनाने में योगदान देने वाली सी०एस०आर० संस्थाओं के साथ-साथ बेसिक शिक्षा विभाग को नयी ऊँचाईयों पर पहुँचाने हेतु प्रयासरत सभी अध्यापकों एवं अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की गयी।
कार्यक्रम में महानिदेशक, स्कूल शिक्षा, श्रीमती कंचन वर्मा, ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत करने के साथ-साथ विभागीय योजनाओं की रूपरेखा भी प्रस्तुत की। उन्होंने अवगत कराया कि पी०एम०श्री० योजना को प्रदेश में महत्वपूर्ण योजना का दर्जा देते हुए प्रदेश के 1565 परिषदीय विद्यालयों को उत्कृष्ट अवस्थापना सुविधाओं यथा स्मार्ट क्लास रूम, आई०सी०टी० लैब, खेलकूद सुविधा आदि से सुसज्जित किया जा रहा है। वर्तमान शैक्षिक सत्र में इन विद्यालयों में वार्षिकोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें खेलकूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रतियोगिताएँ आयोजित की जायेंगी।
प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा, एम०के० शन्मुगा सुन्दरम ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग में पारदर्शी व्यवस्था स्थापित करने एवं गवर्नेन्स में सुधार हेतु कई महत्वपूर्ण कदम उठाये गये हैं। छात्र-छात्राओं को प्रदान की जाने वाली सुविधाओं के लिए डी०बी०टी० की प्रक्रिया अपनाये जाने के कारण जहाँ शिक्षकों के गुणवत्तापूर्ण समय की बचत हुयी है, जिसे वे पठन-पाठन में लगा रहे हैं, वहीं अभिभावकों को भी इस बात का संतोष है कि उनके बच्चों को सही नाप व पंसद के यूनीफॉर्म, स्वेटर, जूता-मोजा एवं स्कूल बैग आदि प्राप्त हो रहें हैं। शिक्षकों के सेवा संबंधी मामलों के समयबद्ध निस्तारण हेतु मानव सम्पदा पोर्टल के फलस्वरूप अध्यापकों के अवकाश, वेतन भुगतान, स्थानान्तरण, तैनाती व सेवानिवृत्तिक लाभों आदि की स्वीकृति पारदर्शी ढंग से हो रही है।
इस दिशा में आगे बढ़ते हुए शनिवार को जी०पी०एफ०, एन०ओ०सी०, प्रोन्नत वेतनमान एवं चयन वेतनमान संबंधी मामलों के निस्तारण के लिये चार नये मॉड्यूल का आरम्भ भी किया गया है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में अध्यापकों के सेवा संबंधी मामलों में सहूलियत के लिए मानव सम्पदा पोर्टल पर विकसित किये गये जी०पी०एफ माड्यूल, एन०ओ०सी० मॉड्यूल, प्रोनन्त वेतनमान व चयन वेतनमान मॉड्यूल के साथ-साथ बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत विकसित किये गये कोर्ट केस मॉनिटरिंग पोर्टल एवं समग्र शिक्षा की नयी वेबसाइट का लोकार्पण किया गया। छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास के संकेतकों पर आधारित डिजिटल होलिस्टक रिपोर्ट कार्ड के शुभारम्भ के साथ-साथ एस०सी०ई०आर०टी० उ०प्र० द्वारा विकसित “किसलय” एवं “समझ” पुस्तिकाओं का भी विमोचन किया गया।
प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने बताया कि इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय खेलों में प्रतिभाग कर चुकी कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की 30 बालिकाओं एवं उत्कृष्ट कार्य करने वाली 05 वार्डेन एवं 05 व्यायाम शिक्षिकाओं को भी पुरस्कृत किया गया। नयी पीढ़ी में विज्ञान के प्रति अभिरूचि विकसित करने के उद्देश्य से संचालित राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के अन्तर्गत आयोजित प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 12 छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत कर उनका मनोबल बढ़ाने का प्रयास किया गया। जहाँ छात्र-छात्राओं के बुनियादी भाषा एवं अंकीय दक्षता में गुणवत्तापूर्ण संवर्द्धन हेतु संचालित निपुण भारत कार्यक्रम में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 75 प्रधानाध्यापकों एवं 76 खण्ड शिक्षा अधिकारियों को सम्मानित किया गया, वहीं विद्यालयों में व्यवहृत होने वाली विभिन्न पंजिकाओं के डिजिटलाइजेशन में सर्वाेत्कृष्ट प्रदर्शन वाले प्रदेश के 05 विकास खण्डों के खण्ड शिक्षा अधिकारियों एवं 05 जनपदों के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया। निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की धारा 12 (1) (सी) के अर्न्तगत निजी विद्यालयों में वंचित व दुर्बल वर्ग के बालकों का निःशुल्क प्रवेश कराने में बेहतर कार्य करने वाले 03 जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को तथा बेसिक शिक्षा के विद्यालयों के आधारभूत सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण में योगदान देने वाले 05 सी०एस०आर० संस्थाओं को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं यथा- निपुण भारत, ऑपरेशन कायाकल्प, लर्निंग बाई डूइंग, बाल बाटिका आदि से सम्बन्धित स्टॉल भी लगाये गये थे, जिसका अवलोकन प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री [स्वतंत्र प्रभार] संदीप सिंह, महानिदेशक स्कूल शिक्षा श्रीमती कंचन वर्मा, प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा सहित अन्य अतिथियों द्वारा किया गया। इस अवसर पर शिक्षा निदेशक (बेसिक) प्रताप सिंह बघेल ने कार्यक्रम में आये हुए सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में अपर राज्य परियोजना निदेशक श्रीमती एकता सिंह, निदेशक, एस०सी०ई०आर०टी० श्री गणेश कुमार के साथ-साथ बेसिक शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, मण्डलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक), जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, सभी जनपदों के प्राचार्य, डायट, प्रधानाध्यापक, अध्यापक व बच्चे उपस्थित रहे।