
राहुल यादव, लखनऊ। लखनऊ की सभी विधानसभा की सीट लगभग हर पार्टियों की फाइनल है। सरोजिनी नगर और कैंट विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी और भाजपा की सीट फंसती नजर आ रही है। सरोजिनी नगर सीट पर पति पत्नी दयाशंकर सिंह बनाम स्वाति सिंह का विवाद हो रहा है। जबकि कैंट विधानसभा सीट को लेकर अखिलेश यादव का कुनबा अपनी प्रतिष्ठा को कायम रखना चाहता है। सपा ने अभी तक इस सीट पर पत्ते नहीं खोले हैं। वह भाजपा की घोषणा के बाद अपने पत्ते खोलना चाहती है। इस सीट पर भाजपा अपर्णा यादव का दांव खेल सकती है। अगर ऐसा रहा तो इस सीट पर सपा के लिए सौम्या भट्ट जो डिंपल यादव की परिवारिक मित्र हैं चुनाव लड़ सकती हैं।
साथ ही इस सीट पर सपा के उम्मीदवारों में सांसद रीता बहुगुणा का बेटा चुनाव लड़ सकता है। यहां तक कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी मित्र मेजर आशीष चतुर्वेदी भी मैदान में तैयार हैं। पर देखना है कि इस रणभूमि में होता क्या है क्योंकि सांसद रीता बहुगुणा के बेटे भी चुनाव मैदान में आना चाहते हैं। सपा की अगली बाजी अब देखनी होगी। जबकि भाजपा की लिस्ट में राजनाथ सिंह के बेटे नीरज सिंह, मंत्री महेंद्र सिंह खुद अपर्णा यादव सहित तमाम दिग्गज लगे हुए हैं। पर सूत्र बताते हैं कि अखिलेश यादव हो सकता यह सीट अपने सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल को दे दें। जहां पर राजद की महिला नेत्री ममता मेहरोत्रा खुद हैं। जिन्होंने काफी समय से उस क्षेत्र में काम भी किया है और मीडिया व जनता के बीच में काफी लोकप्रिय भी हैं ।उनके बारे में बताया जाता है कि तमाम कारपोरेट लावी उनके साथ हैं और वह इस सीट के लिए प्रभावी भी रहेगी। साथ ही ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक भी रखती हैं। इस पर सपा यह दांव खेल सकती है। यह सीट देने के बाद सपा प्रमुख अपनी हार और जीत अपने सहयोगी दल पर लगा सकते हैं। साथ ही भाजपा को यह कहकर झटका दे सकते हैं। जो अपर्णा यादव के कंधे पर बंदूक रखकर चाल चल रही है। उसका जवाब भी दे सकते है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि यूपी की सबसे हॉट सीट लखनऊ कैंट का रिजल्ट क्या आता है।