शिमला: हिमाचल प्रदेश में विधानसभा के लिए सुबह 8 बजे से वोटिंग शुरू हुई जोकि शाम 6 बजे समाप्त हो गई. शाम 6 बजे तक 74 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. 2012 में हुए चुनाव में 73.5 फीसदी वोट पड़े थे. प्रेम कुमार धूमल ने दावा किया कि हमारा लक्ष्य 50 से अधिक सीटें पाने का था, अब 60 हमें लगता है हम 60 का आंकड़ा पार कर सकते हैं. वहीं, वीरभद्र ने भी जीत का भरोसा जताते हुए कहा है कि अगली सरकार भी कांग्रेस की ही होगी और हमें बहुमत प्राप्त होने का पूरा भरोसा है.दोपहर 12 बजे तक राज्य में 28.6% मतदान दर्ज किया गया जबकि दोपहर 2 बजे तक 54 फीसदी मतदान दर्ज किए जाने की खबर आ रही है. 68 विधानसभा सीटों के लिए आज हिमाचल के लोग वोट डालने के लिए अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं. यहां पर VVPAT वाली EVM मशीनों के ज़रिए वोटिंग हो रही है.
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह अर्की, बीजेपी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल सुजानपुर से चुनाव लड़ रहे हैं. इस बार वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य भी पहली बार चुनाव मैदान में हैं. राज्य में 11,500 जवानों समेत 6400 होमगार्ड्स तैनात किए गए हैं. अर्द्धसैनिक बलों की 65 टुकड़ियां भी सुरक्षा और व्यवस्था को कायम रखने के लिए तैनात की गई हैं. शांतिपूर्ण मतदान के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
राज्य में कड़ा मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है. चुनावी रण क्षेत्र में 62 विधायकों सहित 337 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, 10 मंत्री, आठ मुख्य संसदीय सचिव, विधानसभा के उपाध्यक्ष जगत सिंह नेगी, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और एक दर्जन से ज्यादा पूर्व मंत्री समेत अन्य चुनावी मुकाबले में हैं. मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सत्तारूढ़ कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री धूमल की अगुवाई में भाजपा सभी 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. बसपा 42 सीट पर, इसके बाद माकपा 14 सीट पर, स्वाभिमान पार्टी और लोक गठबंधन पार्टी छह-छह सीटों पर और भाकपा तीन सीटों पर मैदान में है.