हरियाणा : छात्राओं ने जब अपनी आप बीती बताई तो सभी सन्न रह गए कि कैसे प्रिंसिपल लड़कियों का यौन उत्पीड़न करता है। मामला हरियाणा के रोहतक का है। शास्त्री नगर स्थित एक निजी स्कूल का 50 वर्षीय प्रिंसिपल पढ़ाई में कमजोर छात्राओं को अच्छे अंक देकर पास करने का झांसा देकर यौन उत्पीड़न कर रहा था। सरकार की ओर से आयोजित कार्यक्रम ‘एक और सुधार’ के दौरान एक छात्रा ने परियोजना निदेशक को प्रिंसिपल की ओछी हरकत के बारे में बताया। उत्पीड़न के बारे में बताते बताते वह बेहोश हो गई। जिसके बाद प्रिंसिपल को कार्यक्रम स्थल पर बुलाकर पुलिस हिरासत में दे दिया गया। हालांकि, पुलिस को प्रिंसिपल पर रिपोर्ट दर्ज करने के लिए अभी भी शिकायत का इंतजार है। कक्षा-11 की पीड़ित छात्रा ने बताया कि प्रिंसिपल ने सिर्फ उसी का उत्पीड़न नहीं किया, बल्कि उसके साथ पढ़ने वाली कई अन्य छात्राओं के साथ ही यौन उत्पीड़न किया।
हमने एक बार उसे रंगे हाथों पकड़ने का भी प्रयास किया, मगर वह बच गया। वह छात्राओं को पीटता था और एक-एक घंटे तक अपने ऑफिस में बंद रखता था। पढ़ाई में कमजोर लड़कियों को पहचान कर उन्हें पास कराने व अच्छे अंक दिलाने का झांसा देकर गंदी हरकत की। छात्रा ने बताया कि प्रिंसिपल के परिवार को भी उसकी हरकतों का पता है और उसके स्कूल को मान्यता भी नहीं मिली है। शिक्षण संस्थानों में छात्राओं के साथ उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने के लिए ‘एक और सुधार’ कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसी के तहत परियोजना निदेशक रॉकी मित्तल कक्षा-6 से 12 तक की छात्राओं के साथ संवाद के लिए शहर के सरकारी स्कूल में शनिवार को पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने छात्राओं को प्रेरित करने के लिए अखबारों की खबरें और कुछ वीडियो दिखाए, जिसमें छात्राओं की हिम्मत से यौन उत्पीड़न करने वाले आरोपी पकड़े गए थे। इसी दौरान 11वीं की एक छात्रा ने अपनी आपबीती सुनाई है। उसने कहा कि एक निजी स्कूल में 10वीं की पढ़ाई के दौरान पास करने का झांसा देकर प्रिंसिपल ने उसका यौन उत्पीड़न किया।
यह वारदात सामने आते ही प्रिंसिपल को कार्यक्रम स्थल पर बुलाया गया और वहां पीड़ित छात्रा ने उसे पहचान लिया। परियोजना निदेशक ने प्रिंसिपल को पुलिस के हवाले कर दिया है। हालांकि, सिटी थाना प्रभारी जगबीर सिंह का कहना है कि शिकायत नहीं मिलने की वजह से अभी तक प्रिंसिपल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है। एक और सुधार कार्यक्रम में मौजूद छात्राओं में से 50 अन्य छात्राओं ने अलग-अलग जगहों पर अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न की बात कबूल की। एक अन्य छात्रा भी इस दौरान हिम्मत करते हुए सामने आई और अपनी आपबीती बताई। इसके बाद परियोजना निदेशक ने छात्राओं से साथ अलग से बात की, जिसमें 50 से अधिक छात्राओं ने अपनी आपबीती बताई। परियोजना निदेशक रॉकी मित्तल ने बताया कि पीड़ित छात्रा की शिकायत सुनने के बाद पुलिस को मामले की सूचना दी। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने तुरंत प्रभाव से निजी स्कूल के आरोपी प्रिंसिपल को हिरासत में ले लिया। इससे पूर्व आरोपी को स्कूल लाया गया। यहां छात्रा ने उसे पहचाना। छात्रा ने मुंह पर कपड़ा ढक कर आरोपी को दूर से पहचाना। इस कार्रवाई के बाद वह फिर फफक पड़ी।