लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती 10 जनवरी को राजधानी पहुंच रही हैं। वह करीब तीन महीने बाद यहां आ रही हैं। इस दौरान वह प्रदेश पदाधिकारियों और जोनल को-ऑर्डिनेटरों के साथ बैठक करेंगी। यह एक लंबे समय के बाद होगा कि मायावती पदधिकारियों के साथ बैठक करेंगी। उनके आने के बाद सपा-बसपा गठबंधन को और धार मिलने की संभावना है। मायावती 15 जनवरी को अपने जन्मदिन के मौके पर गठबंधन के बारे में स्थिति और साफ कर सकती हैं। माना यह भी जा रहा है कि मायावती के लखनऊ प्रवास के दौरान लोकसभा चुनाव के पहले होने वाले गठबंधन को लेकर अन्य घटक दलों से भी बात हो सकती है।
मायावती के आने से पहले 9 माल एवेन्यू स्थित आवास को उनके जन्मदिन के उपलक्ष्य में सजाया-संवारा जा रहा है। उनका जन्मदिन जन कल्याणकारी दिवस के रूप में मनाया जाता है। वह इसी दिन ‘ब्लू-बुक’ नाम की किताब व पार्टी का कैलेंडर जारी करती हैं। बसपा-सपा के बीच कांग्रेस को बाहर रखकर गठबंधन के लिए लगभग सहमति बन गई है। बसपा सुप्रीमो का इसीलिए इस बार लखनऊ आना काफी अहम माना जा रहा है। इसके बाद संभावना है कि वह हर माह 10 तारीख को होने वाली संगठन विस्तार की समीक्षा बैठक कर सकती हैं।