नई दिल्ली : 2007 में समझौता एक्सप्रेस में हुए ब्लास्ट के मामले में पंचकुला की एनआईए कोर्ट आज फैसला सुना सकती है. घटना के 12 साल बाद आज फैसला आने की उम्मीद है. गौरतलब है कि दिल्ली-लाहौर समझौता एक्सप्रेस ट्रेन में 18 फरवरी 2007 को पानीपत के नजदीक दो बम विस्फोट हुए थे, जिनमें 68 लोग मारे गए थे और 12 अन्य घायल हुए थे. एनआईए ने अपनी चार्जशीट में 8 लोगों को आरोपी बनाया है. हालांकि फैसला सुनाये जाने के दौरान इसमें से सिर्फ चार लोग, नबा कुमार सरकार ऊर्फ स्वामी असीमानंद, लोकेश शर्मा, कमल चौहान और राजिंदर चौधरी के ही कोर्ट में मौजूद रहने की उम्मीद है. आपको बता दें कि असीमानंद बेल पर हैं, जबकि अन्य तीन न्यायिक हिरासत में हैं. आपको बता दें कि दिल्ली-लाहौर समझौता एक्सप्रेस ट्रेन ब्लास्ट के कथित मास्टरमाइंड सुनील जोशी की पहले ही मौत हो चुकी है.
दिसंबर 2007 में उसका देहांत हो गया था. जबकि तीन अन्य आरोपी, रामचंद्र कलसंगरा, संदीप डांगे और अमित फरार चल रहे हैं. एनआईए ने अपनी चार्जशीट में 8 लोगों को आरोपी बनाया है. हालांकि फैसला सुनाये जाने के दौरान इसमें से सिर्फ चार लोग, नबा कुमार सरकार ऊर्फ स्वामी असीमानंद, लोकेश शर्मा, कमल चौहान और राजिंदर चौधरी के ही कोर्ट में मौजूद रहने की उम्मीद है. आपको बता दें कि असीमानंद बेल पर हैं, जबकि अन्य तीन न्यायिक हिरासत में हैं.