लखनऊ : बिहार के मुजफ्फरपुर में बालिका गृह में हुए बलात्कार और यौन शोषण मामले के विरोध में आज जंतर-मंतर पर विपक्षी खेमे की पार्टियों का धरना प्रदर्शन होगा. सबसे अहम बात ये है कि इस प्रदर्शन की अगुवाई लालू यादव के छोटे बेटे और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव कर रहे हैं.
इस धरना प्रदर्शन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का शामिल होना तय माना जा रहा है. वहीं ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने भी इस धरने में शामिल होने की बात कही है. इसके अलावा तेजस्वी को वामदलों का भी समर्थन मिला है. इससे पहले तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर जंतर-मंतर पर धरना करने का एलान किया था.
बता दें कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण कांड में 42 बच्चियों में से अब तक 34 बच्चियों के साथ बलात्कार की पुष्टि हुई है. बालिका गृह यौन शोषण मामले में आरोपी ब्रजेश ठाकुर की एक और संस्था स्वाधार में बुधवार को जांच के दौरान कई आपत्तिजनक सामान मिलने से सनसनी फैल गई. आरोपी ब्रजेश के एनजीओ सेवा संकल्प एवं विकास समिति के तहत चलने वाली स्वाधार गृह से 11 महिलाओं के गायब होने के मामले के खिलाफ गत सोमवार को महिला थाना में मामला दर्ज हुआ था.
इन सबके बीच बीजेपी नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर तेजस्वी यादव के इस कदम को बिहार को शर्मसार करने वाला बताया है. सुशील मोदी ने ट्वीट में लिखा है कि सरकार ने बालिका गृह मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है. सुप्रीम कोर्ट स्वत: संज्ञान लेकर दोषियों को सजा दिलाने के लिए तत्पर है, तब इसपर राजनीति करने की कोई जगह नहीं बचती. फिर भी अगर तेजस्वी यादव दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना देना चाहते हैं, तो वे केवल बिहार को शर्मसार करेंग. इस मुद्दे पर वे साइकिल रैली का हस्र पहले ही देख चुके हैं. पोस्टर ब्वॉय बनने के लिए कोई शंकर का रूप धर रहा है तो कोई धरना देने वाला है.
एक अन्य ट्वीट में सुशील मोदी ने कहा कि पीडि़तों को न्याय दिलाने में विपक्ष का कोई रोल नहीं है. राज्य के सभी महिला अल्पावास केंद्रों की जांच का जिम्मा स्वयं राज्य सरकार ने टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान (TISS) को सौंपा था और उसकी रिपोर्ट के आधार पर प्राथमिकी भी सरकार ने ही दर्ज करायी थी। मामला सीबीआई को सौंपने से पहले 10 लोगों को गिरफ्तार कर चार्जशीट दाखिल की जा चुकी थी.