नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली वित्त वर्ष 2019 का अंतरिम बजट एक फरवरी को लोकसभा में पेश करेंगे। संसदीय मामलों पर हुई कैबिनेट मीटिंग में यह फैसला लिया गया। बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा जो 13 फरवरी तक जारी रहेगा। वित्त मंत्रालय 2019 के लिए अंतरिम बजट तैयार करने का काम पहले ही शुरू हो चुका है। मंत्रालय बजट भाषण के लिए पहले ही विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों एवं विभागों से अपनी राय देने को कह चुका है। वर्ष 2019 के आम चुनाव से पहले भाजपा की अगुवाई वाली वर्तमान राजग सरकार का यह आखिरी बजट है। 1 फरवरी 2019 को संसद में अंतरिम बजट पेश किया जाएगा। बजट 11 बजे पेश किया जाएगा। बजट को संसद में वित्त मंत्री अरुण जेटली पेश करेंगे।
बजट का पहला सत्र 13 फरवरी तक चलेगा। 2017 में पहली बार ऐसा हुआ कि रेल बजट और आम बजट को एक साथ पेश किया गया। मोदी सरकार ने रेल बजट और आम बजट को अलग-अलग पेश करने की परंपरा को खत्म कर दिया। अब आम बजट के साथ ही रेल बजट पेश किया जाता है। चुनाव से पहले सरकार समाज के हर वर्ग को खुश करने की कोशिश में लगी है। मिली जानकारी के अनुसार अंतरिम बजट में मोदी सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना का बजट 50 फीसदी बढ़ा सकती है। सूत्रों के मुताबिक सरकार को लगता है कि ये महत्वाकांक्षी योजना लोकसभा चुनाव में उसे मिडिल क्लास का वोट दिला सकती है। सूत्रों के मुताबिक अब पीएम आवास योजना का फायदा ज्यादा लोगों को देनें की कोशिश की जाएगी। इसके लिए सरकार अफोर्डेबल हाउसिंग फंड 50 फीसदी बढ़ा सकती है। सूत्र के मुताबिक अफोर्डेबल हाउसिंग फंड अंतरिम बजट में बढ़ सकता है। सरकार का जोर हाउसिंग फॉर ऑल स्कीम का लक्ष्य पूरा करने पर है।