1 अप्रैल से कई प्रोडक्ट के दाम बढ़ने से आम जनता की बजट पर सीधा असर पड़ेगा। कच्चा माल और आयात महंगा होने की वजह से कंपनियों ने कई उपभोक्ता वस्तुओं का दाम बढ़ाने का फैसला किया है। इसके अलावा बैंकिंग और हवाई सेवा भी जेब पर बोझ बढ़ाएगी।
अगले महीने से एसी, टीवी,फ्रीज और कूलर के दाम बढ़ने वाले हैं। कंपनियों ने एक अप्रैल से इनके दाम में इजाफा करने की घोषणा की है। इसके पहले इस साल जनवरी में भी कीमतों में 20 फीसदी तक वृद्धि हुई थी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में मोबाइल उपकरण, मोबाइल चार्जर, बैटरी, हेडफोन पर आयात शुल्क 2.5% बढ़ाने की घोषणा की थी। एक अप्रैल से शुरू होने वाले नए वित्तीय वर्ष से यह लागू हो जाएगा। कंपनियां इसका बोझ उपभोक्ताओं पर डालने वाली हैं। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि स्मार्टफोन की कीमतों में 500 रुपये से अधिक की वृद्धि हो सकती है।
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति अप्रैल से कीमतों में वृद्धि की घोषणा कर चुकी है। हालांकि, कितने दाम बढ़ेंगे इसको लेकर कंपनी ने कोई खुलासा नहीं किया है। इसी तरह निसान इंडिया और टाटा मोटर्स ने वाहनों के दाम अप्रैल से बढ़ाने का ऐलान किया है। बाजार सूत्रों का कहना है कि गाड़ियों की कीमतें तीन से पांच फीसदी तक बढ़ सकती हैं। वहीं दोपहिया कंपनी हीरो मोटो ऐलान कर चुकी है कि वह वाहनों के दाम में 2,500 रुपये तक का इजाफा करेगी। अन्य कंपनियां भी वाहनों के दाम बढ़ा सकती हैं।
इंडिया पोस्ट पेमेट बैंक में 25 हजार रुपये से अधिक की निकासी और 10 हजार रुपये से अधिक जमा पर शुल्क लेने का फैसला किया है। प्रति लेनदेन 25 रुपये शुल्क लगेगा।
भारतीय विमान प्राधिकरण ने हवाई सुरक्षा शुल्क घरेलू यात्रा के लिए 160 रुपये से बढ़ाकर 200 रुपये करने का फैसला किया है। जबकि विदेशी यात्रा के लिए दोगुना से अधिक बढ़ाकर 5.2 डॉलर से 12 डॉलर (करीब 900 रुपये) कर दिया है।