शिमला: हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी होने से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। जनजातीय जिला लाहौल में पिछले दिन से लगातार भारी बर्फबारी का दौर जारी है। केलांग में अब तक 45 सेंमी, गौशाल में 60 सेंमी, सिस्सू 70 सेंमी कोकसर में 90 सेंमी, उदयपुर में 50 सेंमी और रोहतांग में करीब 160 सेंमी बर्फ गिरी है। घाटी में बुधवार रात से बिजली गुल है। केलांग को छोड़ कर समूची घाटी में दूरसंचार नेटवर्क ठप है। कई इलाको में पेयजल संकट खड़ा हो गया। लाहौल के तमाम गांव से जिला मुख्यालय का सड़क और नेटवर्क संपर्क कट गया है। भारी बर्फबारी के बीच बच्चे स्कूल जा रहे हैं।
प्रशासन ने रेड अलर्ट के बाबजूद स्कूलों में अवकाश घोषित नहीं किया है। लाहौल में फागली उत्सव का आयोजन भारी बर्फबारी के बीच भी जारी है। कई बच्चे बर्फबारी के कारण स्कूल नहीं जा सके हैं। खराब मौसम का असर हवाई उड़ानों में भी पड़ा है।दिल्ली-भुंतर हवाई सेवा रद्द कर दी गई है। भुंतर-चंडीगढ़ उड़ान 15 फरवरी तक बंद कर दी गई है। कोहरे के चलते उड़ान नहीं होने से 15 फरवरी तक हवाई टिकट की बुकिंग नहीं होगी। भरमौर-पठानकोट एनएच पर तडोली के पास यातायात बाधित हो गया है। तडोली नाले में बारिश के बाद जलस्तर बढ़ गया है। कांगड़ा जिला में बीती रात भारी बारिश जारी है। फिलहाल किसी भी मार्ग के अवरुद्ध होने की सूचना नहीं है। धौलाधार में बर्फबारी जारी है।
मंडी जिले के कमरूनाग और सिराज में भी भारी बर्फबारी जारी है। हमीरपुर में मूसलाधार बारिश से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। रात से जारी मूसलाधार बारिश के कारण पारा गिरने से ठंड बढ़ गई है। बारिश और ठंड के कारण लोग घरों में ही दुबकने को मजबूर हैं। अवाहदेवी में लोग 12 घंटे अंधेरे में रहे। किन्नौर की ऊंची चोटियों पर हिमपात शुरू हो गया है। जनजातीय जिला किन्नौर सहित कुल्लू जिला और शिमला जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में गुरूवार सुबह से ही ताजा हिमपात का क्रम जारी है। हिमपात शुरू होने से क्षेत्र में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। दर्जनों ग्रामीण रूटों पर वाहनों की आवाजाही नहीं हो पाई है।