शिमला: हिमाचल में भारी बर्फबारी के साथ-साथ बारिश ने तबाही मचा दी है। मौसम विभाग की चेतावनी के बीच राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। इसके चलते नदी-नाले उफान पर हैं। कुल्लू जिला में भारी बारिश से व्यापक नुकसान हुआ है। कुल्लू शहर में मूसलाधार बारिश से पानी लोगों के घरों और दुकानों में घुस गया। जिला में भूस्खलन से कुल्लू-मनाली मार्ग के साथ 50 से अधिक सड़कें बंद हैं। कई इलाकों में बिजली गुल है। वहीं, जिला किन्नौर में हिमस्खलन से शोंगटोंग-बारंग सड़क बंद है। करछम-सांगला-छित्तकुल सड़क सांगला तक खुली है।
भूस्खलन से वांगतु से यंगपा सड़क, यंगपा से करबा और वांगतु से पवानी सड़क बंद पड़ी है। हिमस्खलन की वजह से कर करछम-शोंग सड़क बंद है। भूस्खलन के चलते शोंगटोंग-पुवारी सड़क भी बंद है। जिला कुल्लू में हो रही भारी बारिश और बर्फबारी को देखते हुए 21 फरवरी तक सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रखने का फैसला लिया गया है। डीसी कुल्लू यूनुस ने इसकी पुष्टि की है। कुल्लू में भारी बारिश के बाद पागलनाला में आई बाढ़ की चपेट में एक जीप आ गई।
इसके बाद पानी का तेज बहाव से जीप नाले में गिर गई। चालक ने इससे पहले ही जीप से बाहर निकलकर अपनी जान बचाई। इससे जीप मालिक को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। हादसे के वक्त जीप सब्जी मंडी की तरफ जा रही थी। चंबा में राजनगर-नौण मार्ग पर सामान से भरा ट्रक पलट गया। भारी बारिश से सड़क बैठने से ये हादसा पेश आया। ट्रक में सवार चारों लोगों ने छलांग लगाकर अपनी जान बचाई।
राज्य में भारी बारिश और बर्फबारी से करीब 200 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बंद है। कई इलाकों में बिजली गुल है। इससे लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। चंबा जिले में भी मूसलाधार बारिश का क्रम जारी है। जिले में भारी बारिश से जगह-जगह भूस्खलन हुए है। दर्जन भर सड़कें बंद हैं। मौसम विभाग ने भी कुल्लू, लाहौल, किन्नौर, चंबा, शिमला और मंडी के पहाड़ी क्षेत्रों में प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। 26 फरवरी तक प्रदेश में मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है। राज्य के कई इलाकों में बड़ी-बड़ी चट्टानें गिर कर सड़क पर आ गई है। इससे यातायात ठप हो गया है।