लखनऊ : गुजरात के साबरकांठा में 14 महीने की एक बच्ची से दुष्कर्म के आरोप में बिहार के युवक की गिरफ्तारी के बाद वहां उत्तर भारतीयों पर हमलों के बीच जन अधिकार पार्टी सुप्रीमो व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा है कि वे बिहारियों की रक्षा के लिए गुजरात जाएंगे। किसी को हिम्मत है तो उनपर हमला करे।
विदित हो कि गुजरात में बिहारियों को 10 अक्टूबर से पहले गुजरात छोडने की धमकी दी गई थी। इसके बाद हजारों की संख्या में श्रमिक व नौकरीपेशा लोगों गुजरात छोड चुके हैं। उत्तर भारतीय विकास परिषद का दावा है कि अब तक 50 हजार से अधिक श्रमिक गुजरात छोड चुके हैं। स्थिति को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी से बात की है। इस बीच पप्पू का बयान आया है।
गुजरात में बिहारियों पर हो रहे हमले से उन्हें बचाने के लिए पप्पू यादव गुजरात जाएंगे। उन्होंने उपद्रवियों को चुनौती देते हुए कहा कि देखते हैं कि कौन वहां बिहारियों को प्रताडि़त करता है। उन्होंने कहा कि हमले रोकने के बदले भाजपा सरकार कांग्रेस पर आरोप लगा रही है। अगर अल्पेश ठाकोर हमले के लिए जिम्मेवार है तो राज्य सरकार को उसे गिरफ्तार करने से किसने रोका है।
इससे पहले पप्पू यादव ने कहा था कि यदि गुजरात मे बिहारियों को ऐसे ही प्रताडि़त किया जाता रहेगा तो वे बिहार में गुजरातियों को आने से रोक देंगे। उन्होंने कहा कि देश के कई राज्यों में बिहारियों को प्रताडि़त किया जा रहा है, उनके साथ हिंसा हो रही है, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी चुप बैठे हैं।
गुजरात के साबरकांठा में 14 महीने की एक बच्ची से दुष्कर्म के आरोप में बिहार के युवक की गिरफ्तारी की गई है। इसके बाद से वहां गैर-गुजरातियों, खासकर बिहार व उत्तर प्रदेश के लोगों पर हमले हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग बड़ी संख्या में गुजरात से पलायन कर रहे हैं।
कई फैक्ट्रियों में बंद हो गए काम
गुजरात में अन्य प्रांतों से आए करीब 80 लाख श्रमिक कार्यरत हैं जो हीरा, कपडा, टाइल्स, केमिकल, ऑटो,फार्मा व लघु व मध्यम मेन्युफेक्चरिंग यूनिटों में काम करते हैं। सूरत में करीब 20 लाख,अहमदाबाद में 17 लाख, मोरबी में 3 लाख, मेहसाणा में दो लाख से अधिक श्रमिक कार्यरत हैं। इनके पलायन से वहां की अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ा है। गुजरात औद्योगिक विकास निगम चांगोदर के अध्यक्ष राजेंद्रशाह बताते हैं कि उनके क्लस्टर में हमले के भय से 10 से 40 प्रतिशत श्रमिक काम छोडकर चले गए हैं, जिससे कई फैक्ट्रियों के काम बंद हो गए हैं।
हमले पर अंकुश लगाने की मांग
उधर गुजरात चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष जैमिन वसा ने मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल व ग्रह राज्यमंत्री प्रदीपसिंह जाडेजा से मुलाकात कर अन्य प्रांत के लोगों पर हमले की घटनाओं पर अंकुश लगाने की मांग की। उनका कहना है कि दीपावली के सीजन के चलते उद्योग व व्यापार को अधिक उत्पादन का दबाव है ऐसे में श्रमिकों के चले जाने से उद्योग प्रभावित हो रहे हैं।
पुलिस ने मुहैया कराई सुरक्षा
इस बीच पुलिस-प्रशासन ने भी स्थिति पर नियंत्रण के उपाय किए हैं। प्रशासन ने औद्योगिक इकाईयों को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई गई है। एसआरपी के जवान भी संवेदनशील इलाकों में तैनात किए गए हैं। असामाजिक तत्वों द्वारा रात में फैक्टरियों में सो रहे मजदूरों को धमकाते वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने गश्त बढा दी है। पुलिस ऐसी बस्तियों व फैक्ट्रियों पर रात भी पहरा दे रही है।
निर्दोष लोगों के बारे में नहीं बनाएं गलत धारणा
घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अपराधियों को सजा मिले, लेकिन निर्दोष बिहारियों के संबंध में गलत धारणा नहीं बनाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों एक का दूसरे राज्य के लोगों के प्रति इस तरह की भावना नहीं रहनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री से बात की है। वहां की सरकार सतर्क है और पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए है। इस संबंध में गृह विभाग के प्रधान सचिव अमीर सुबहानी ने बताया कि इस बारे में उनकी गुजरात सरकार के गृह सचिव से बात हुई है। उन्होंने यह आश्वस्त किया है वहां रह रहे बिहारियों को पूरी सुरक्षा दी जाएगी।
गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा- दोषी को मिलेगी सजा
इस मामले पर गुजरात के मुख्यमंत्री रुपाणी ने कहा कि हालात नियंत्रण में हैं। उन्होंने लोगों से शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील भी की। उन्होंने बताया कि दुष्कर्म के आरोपी को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार किया जा चुका है।