प्रयागराज: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को बड़ी राहत देते हुए काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के खिलाफ दाखिल याचिकाएं खारिज कर दी हैं। कारमाइकल लाइब्रेरी बिल्डिंग से संबंधित सात याचिकाएं हुई थी दाखिल हुईं थीं, हाईकोर्ट से राज्य सरकार को बड़ी राहत, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के खिलाफ याचिकाएं खारिजजिन्हें खारिज करते हुए हाईकोर्ट ने काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के पक्ष में फैसला दिया है। हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति पीयूष अग्रवाल और न्यायमूर्ति अमित थालेकर की दो सदस्यीय खंडपीठ ने बुधवार को अपना फैसला सुनाते हुए सातों याचिकाओं को खारिज कर दिया। वाराणसी में बन रहा काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। यह कॉरिडोर गंगा नदी से विश्वनाथ मंदिर तक बनाया जा रहा है। दिसंबर, 2017 में इस परियोजना के लिए 600 करोड़ रुपये मंजूर किये गए हैं। अब तक इस योजना के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन को 183 करोड़ रुपये आवंटित किए जा चुके हैं। कॉरिडोर में आने वाले मंदिरों, सड़कों और कई इमारतों का सुंदरीकरण किया जा रहा है। दो पुराने पुस्तकालयों को भी इस परियोजना के तहत संवारने का काम किया जा रहा है। इन्हें डिजिटल लाइब्रेरी बनाया जा रहा है, जिस पर कुल 24 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति पीयूष अग्रवाल और न्यायमूर्ति अमित थालेकर की दो सदस्यीय खंडपीठ ने बुधवार को अपना फैसला सुनाते हुए सातों याचिकाओं को खारिज कर दिया। वाराणसी में बन रहा काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। यह कॉरिडोर गंगा नदी से विश्वनाथ मंदिर तक बनाया जा रहा है।
हाईकोर्ट से राज्य सरकार को बड़ी राहत, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के खिलाफ याचिकाएं खारिज
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