हल्द्वानी। दौरे के बीच हुई आंधा घंटा की समीक्षा बैठक में सीएम अफसरों के जवाब से उखड़ गए। मंत्री और विधायक कुछ और शिकायत कर रहे थे, जबकि अधिकारियों का जवाब बिल्कुल उलट था। इस पर सीएम ने हैरानी जताई। कहा कि बैठक में आने से पहले तथ्य स्पष्ट होने चाहिए। उन्होंने अफसरों को बैठक से पहले होमवर्क की नसीहत दी।
सर्किट हाउस के सभागार में हुई समीक्षा बैठक में कोविड काल में स्वास्थ्य की बदइंतजामियों को लेकर जनप्रतिनिधि मुखर रहे। काबीना मंत्री बंशीधर भगत, सांसद अजय भट्ट, विधायक संजीव आर्य, विधायक राम सिंह कैड़ा ने स्वास्थ्य सेवाओं की समस्याएं बताई। साथ ही अव्यवस्थाओं पर सवाल भी उठाए। उन्होंने टेस्टिंग बढ़ाने और गांव तक वैक्सीनेशन की व्यवस्था करने की मांग की।
इस पर सीएम ने वैक्सीनेशन केंद्रों पर आने में मजबूर बुर्जुगों को उनके घर पर वैक्सीनेशन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इस बीच काबीना मंत्री भगत ने कोटाबाग ब्लॉक में नौ टीमों की तैनाती लेकर फील्ड में महज एक टीम मिलने पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने अस्पताल में एक्सरे मशीन ठप होने का मामला भी उठाया।
हीं, भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा ने ओखलकांडा सीएचसी में वेंटीलेटर लगाने और एक्सरे मशीन लगाने की मांग की। मंत्री-विधायकों की शिकायतों के बीच सीएम ने संबंधित अफसरों का पक्ष जाना, लेकिन अफसर शिकायत के उलट सब कुछ ठीक होने का दावा करने लगे। स्वास्थ्य, लोनिवि, यूपीसीएल और एनएच अफसरों के उल्टे जवाब पर सीएम साहब उखड़ गए। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों की जमीनी हकीकत और अफसरों के दावों में विरोधाभास है। उन्होंने अफसरों से पूछा कि बैठक में आने से पहले होमवर्क क्यों नहीं कर लाए। उन्होंने अफसरों के रवैये पर कड़ी नाराजगी जताई।
समीक्षा बैठक के दौरान भीमताल के निर्दलीय विधायक राम सिंह कैड़ा का दर्द जुबान पर आ गया। विधायक ने कहा कि उनके विधान सभा क्षेत्र में एक सड़क 20 दिन से टूटी है। आवाजाही ठप है। लेकिन विभाग सड़क की मरम्मत नहीं कर रहा। लोनिवि के अफसर को फोन मिलाते हैं, लेकिन वह कॉल ही रिसीव नहीं करते। विधायक ने अफसर के इस रवैये की शिकायत सीएम से की। सीएम ने इस पर अफसर की पेंच कसे।