सिर दर्द हो या बॉडी पेन, कोई भी पिल लेकर हम अपने लिए इलाज ढूंढ लेते हैं। यह हमारा लाइफस्टाइल ही चुका है। लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस आसान अप्रोच के बदले आप अपने लिए बड़ी हेल्थ प्रॉब्लम्स को इंवाइट कर लेते हैं। इसलिए हर तकलीफ पर बिना डॉक्टर की सलाह से गोली लेना अच्छी आदत नहीं हैः बहुत सिर दर्द हो रहा है? चलो एक पेन किलर ले लेते हैं और वापस काम पर लग जाते हैं… हल्का बुखार है और खांसी-जुकाम भी। इस पिल को तो सभी लेते हैं। आपने भी ली और बात खत्म।
लेकिन क्या वाकई यहां बात खत्म हो जाती है? जिन तकलीफों के लिए आप डॉक्टर की सलाह लिए बिना पिल लेते हैं, सेल्फप्रिपाइबिंग की यह आसान अप्रोच आपको बाद में खासी परेशानियां दे सकती है। इस बारे में डॉक्टर रोशनी सेठी कहती हैं, ‘ओवर द काउंटर (ओटीसी) या नॉनप्रिपिप्शन ड्रग्स तब ही सेफ होती हैं जब उन्हें ठीक उसी तरह लिया जाए जैसा इंस्ट्रक्शन लेबल या पेकेजिंग पर लिखा भी होता है। दर्द में रिलीफ के साथ ही इनके कुछ साइडइफेक्ट्स भी हो सकते हैं। यह हार्टबर्न का कारण तक बन सकती हैं। अगर आपने ओटीसी पिल्स का मिसयूज किया है, तो आपको स्टमक अल्सर, किडनी डेमेज, लीवर डेमेज और हार्ट अटैक भी हो सकता है।’ वहीं, फिजिशियन डॉ. अजय श्रीवास्तव कहते हैं, ‘लोग सभी तरह की पिल्स जैसे पेन किलर्स, एंटीडिप्रेशंट्स, सेडेटिव्स और यहां तक कि कफ सिरप के भी एडिक्ट हो सकते हैं। ज्यादातर मामलों में एडिक्शन तब शुरू होता है जब लोग खुद ही अपना ट्रीटमेंट करना शुरू कर देते हैं। ओवर द काउंटर पिल्स का बिना किसी प्रिस्किप्शन और के आसानी से उपलब्ध होना भी एडिक्शन का दूसरा कारण है। कई बार लोगों को साइड इफेक्ट्स इग्नोर कर देना इस एडिक्शन को और बढ़ावा देता है।’ खुद से न लें दवाइयां जब आप स्लीपिंग पिल्स और एंटीबायॉटिक अपनी मर्जी से लेते हैं तो यह आपके लिए बहुत नुकसानदेह हो सकती हैं। खासतौर पर जब आपको नहीं पता कि कौन से स्पेसिफि क कंपाउंड इसके जरिये आप ले रहे हैं, इसकी कितनी डोज की आपको जरूरत है या फिर कितने समय तक आपको यह दवा लेनी है। इस बारे में कंसलटेंट फिजिशियन डॉ. रमनदीप का मानना है कि दवाईयों के नाम में कंफ्यूजन से आप गलत मेडिकेशन करते हैं और यह आपको ज्यादा बीमार कर देता है। वह कहते हैं, ‘ज्यादातर पेनकिलर्स में एसिटामिनोनि होता है। अगर इसकी हाई डोज ले ली जाए, तो लीवर फेल हो सकता है। कुछ पेनकिलर्स किडनी डेमेज, कब्ज, गैस और पेप्टिक अल्सर डिजीज का कारण भी हो सकती हैं।’ फिट रहना हर किसी की चाहत होती है। हालांकि इसके लिए एफर्ट कम ही लोग कर पाते हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसी चीजों के बारे में जिनकी मदद से आप फिट रह सकते हैं ः सीफूड है बढिया ऑप्शन अगर आप हफ्ते में तीन बार मछली खाते हैं, तो आपके झुर्रियां पड़ने के चांस 30 फीसदी कम हो जाते हैं। दरअसल, सीफूड प्रोटीन, मिनरल्स और ओमेगा-3 फैट के मामले में काफी रिच होता है। इसमें मौजूद न्यूट्रिएंटस न सिर्प आपकी मसल्स को स्ट्रॉन्ग रखते हैं, बल्कि आपकी स्किन को भी स्मूथ बनाते हैं। बेशक, इसके इस्तेमाल से आपके रिंकल्स पड़ने की संभावना कम हो जाती है। स्ट्रेस भगाएगी ग्रीन टी ग्रीन टी आपकी सेहत के लिए अच्छी रहती है। इसके अंदर ऐसे कंपाउंडस हैं, जो ब्लड शुगर की मदद से एनर्जी देने वाले हार्मोन बनाने में दिमाग की मदद करते हैं। इसलिए अगर कभी भी आप कमजोरी महसूस करें, तो डॉक्टर्स की यही सलाह होगी कि आप बिना देर किए ग्रीन टीन का प्याला थाम लें। इससे आपको एनर्जी मिलेगी और सेहत भी बढिया रहेगी। नींद दूर कर देगी सारे दर्द क्या आपको लगातार सिरदर्द, कमर दर्द, जॉइंट पेन या फिर दूसरे तरीके के दर्द रहते हैं? परेशान मत होइए और जाकर सो जाइए। स्टडीज में बताया गया है कि अगर आप रोजाना के मुकाबले थोड़ा ज्यादा सोने लगें, तो एक महीने के भीतर आपके तमाम तरह के दर्द की प्रॉब्लम आधी रह जाएगी। दरअसल, सोते वक्त आपकी बॉडी में हार्मोन का प्रॉडक्शन ज्यादा होता है, जिससे बॉडी को डैमेज टिश्यूज को रिपेयर करने का ज्यादा वक्त मिल जाता है।