नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व नेता अशोक तंवर ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में दुष्यंत चौटाला की पार्टी का समर्थन करने का ऐलान किया है। बुधवार को तंवर ने कहा, ‘हमने अपने सभी साथियों से चर्चा की। हम लोगों ने फैसला किया है कि हम हरियाणा चुनाव में जेजेपी यानी दुष्यंत चौटाला की पार्टी का समर्थन करेंगे। हमने यह सर्जिकल स्ट्राइक आज से शुरू की है। मेरी कांग्रेस पार्टी से कोई दुश्मनी नहीं, लेकिन कुछ लोगों को सबक सिखाना जरूरी है।’ साथ ही उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि दुष्यंत चौटाला मुख्यमंत्री बनें और आज से कांग्रेस तीसरे और चौथे नंबर की लड़ाई लड़ेगी। गौरतलब है कि हरियाणा की कांग्रेस इकाई के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने पार्टी का दामन छोड़ने के बाद 21 अक्टूबर को राज्य के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के लिए पूरा जोर लगाने का फैसला किया है। उनकी योजना हर निर्वाचन क्षेत्र में किसी भी पार्टी के प्रत्याशी, यहां तक कि निर्दलीय उम्मीदवारों को भी समर्थन देने की है, ताकि कांग्रेस को हराया जा सके। उन्होंने हालांकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) को एकतरफा समर्थन नहीं देने का फैसला किया है। तंवर ने कहा था कि वह यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे कि कांग्रेस हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में पांच से अधिक सीटें न जीत पाए। बता दें, अशोक तंवर ने इसी महीने की शुरुआत में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने विधानसभा चुनाव को लेकर बांटे जा रहे टिकटों की खरीद-बिक्री का आरोप लगाया था।
अशोक तंवर की काफी दिनों से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से तनातनी चल रही थी। हाल में अशोक तंवर से प्रदेश की कमान छीनकर कुमारी शैलजा को दी गई है। हरियाणा में बीच चुनाव के बीच अशोक तंवर का इस्तीफा कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है। तंवर ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे त्यागपत्र में आरोप लगाया कि पार्टी को खत्म करने की साजिश रची जा रही है। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने राज्य विधानसभा चुनाव के लिए बनी विभिन्न समितियों से इस्तीफा दे दिया था। तंवर ने इस्तीफा देते हुए कहा था कि उनके सामने पार्टी छोड़ने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था और वह फिलहाल भाजपा या किसी अन्य पार्टी में शामिल होने नहीं जा रहे हैं। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि राहुल गांधी के करीबियों की ”राजनीतिक हत्या” की जा रही है।