हरियाणा : हरियाणा की सत्ता का सेमीफाइनल माने जा रहे निकाय चुनावों में मतदाताओं ने कम उत्साह दिखाया है। हिसार, करनाल, रोहतक, यमुनानगर और पानीपत नगर निगमों के लिए हुए मतदान में इस बार बीते चुनाव की तुलना कम संख्या में मतदाता घरों से बाहर निकले। सबसे कम मतदान सीएम सिटी करनाल में हुआ है। जबकि यमुनानगर में सबसे अधिक मतदान हुआ। हिसार दूसरे, रोहतक तीसरे, पानीपत चौथे और करनाल मतदान के मामले में पांचवें स्थान पर रहा। मेयर पद के लिए पहली बार सीधा चुनाव हो रहा था, इसके बावजूद मतदाताओं का रुझान कम होने से दिग्गजों की चिंताएं बढ़ गई हैं। वहीं, कैथल की पुंडरी और फतेहाबाद की जाखल नगरपालिकाओं में वैसे तो 80 फीसदी से अधिक मतदान हुआ है, लेकिन पिछली बार की अपेक्षा यहां भी कम मतदान हुआ है।
सुबह साढ़े सात बजे ही मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गई। सुबह के समय मतदान की रफ्तार काफी धीमी रही। कुछ स्थानों पर ईवीएम की खराबी की बात भी सामने आई। कई मतदाताओं को तकनीकी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा। चूंकि मेयर और पार्षद या नोटा के लिए वोट करना था ऐसे में यदि कोई दो बटन नहीं दबाता था तो उसका वोट मान्य नहीं हो रहा था। वहीं, दिन चढ़ने के साथ मतदाता घर से बाहर निकले। बावजूद इसके बीते चुनावों में हुए मतदान का प्रतिशत पार नहीं कर पाए। रोहतक में सबसे धीमी रफ्तार से मतदान हुआ। बीते चुनावों की तुलना में इस बार कम हुए मतदान को लेकर भाजपा और इनेलो की सांसें अटक गई हैं। चूंकि, दोनों ही दल सिंबल पर चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि, दोनों की ओर से मतदान उनके पक्ष में होने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन तस्वीर 19 दिसंबर को मतगणना के बाद साफ हो पाएगी। मतदान के साथ ही 59 मेयर प्रत्याशियों और पांच सौ से अधिक पार्षद उम्मीदवारों का राजनीतिक भविष्य ईवीएम में कैद हो गया है।
दो नगर पालिकाओं की स्थिति
कैथल की पुंडरी नगरपालिका के 13 बूथों में इस बार कुल 82.1 प्रतिशत मतदान हुआ है। जबकि पिछले चुनाव में 13 वार्डों के 15 बूथों पर 85.7 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस तरह 3.6 प्रतिशत कम मतदान यहां भी हुआ है। वहीं, फतेहाबाद की जाखल मंडी नगरपालिका में 18 साल बाद चुनाव हुआ है। यहां पर इस बार 12 बूथों पर कुल 89.5 फीसदी मतदान हुआ है।
हरियाणा: नगर निगम चुनाव में मतदाताओं में दिखा कम उत्साह, करनाल में पड़े सबसे कम वोट
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