इलाहाबाद:कुम्भ मेला आयोजन के सफल प्रबन्धन की दिशा में मण्डलायुक्त डा0 आशीष कुमार गोयल ने मेले के सभी प्रबन्धनों में सफाई व्यवस्था को सर्वाधिक महत्वपूर्ण एवं सबसे बड़ी चुनौती के रूप में लिया है। मण्डलायुक्त ने कुम्भ मेले के आयोजन में सफाई सम्बन्धी व्यवस्था की गहन समीक्षा करने के लिए अपने कार्यालय स्थित सभागार में माघ मेले से सम्बन्धित सभी विभागों की एक बैठक बुलाई जिसमें जिलाधिकारी सुहास एल0वाई0, विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष भानु चन्द्र गोस्वामी, नगर आयुक्त एवं स्वास्थ्य विभाग समेत आयोजन से सम्बन्धित सभी अधिकारी मौजूद थे।उ0प्र0 हेल्थ स्ट्रेन्थेनिंग प्रोजेक्ट की ओर से कुम्भ आयोजन हेतु नियुक्त परामर्शदाता सलोनी गोयल, मुख्य चिकित्साधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण से परामर्श करते हुये कुम्भ में सफाई व्यवस्था के प्रभावी संचालन की रणनीति बनाई गयी। बैठक में मण्डलायुक्त ने कुम्भ आयोजन के दौरान ठोस एवं तरल अपशिष्ट के प्रभावी प्रबन्धन की हर सम्भावना पर विचार करते हुए, इस आयोजन को सफाई प्रबन्धन का आदर्श मानक बनाने का लक्ष्य अधिकारियों के सामने रखा उन्होंने हर तैयारी का प्रारम्भिक प्रयोग इस वर्ष के माघ मेले में ही सुनिश्चित कर लेने का निर्देश दिया।
मण्डलायुक्त ने कहा कि किसी भी बडे मेले के आयोजन में उसका भीड़ प्रबन्धन और सफाई व्यवस्था ही उसकी उत्तमता का मानक होती है। हमें दिव्य और भव्य कुम्भ के लिये माघ मेले से ही हर सफाई व्यवस्था का उत्तम इंतजाम कुम्भ तक सुनिश्चित करना है।
मण्डलायुक्त ने सर्व प्रथम मेले में ठोस कचरे का एकत्रीकरण, उसकी प्रारम्भिक उठान और उसके अंतिम निस्तारण तक उसके परिवहन की फुलप्रूफ प्रबन्धन व्यवस्था के एक-एक पहलू पर गहनता से विचार करते हुए सभी सम्बन्धित अधिकारियों की राय ली तथा यह निर्धारित किया गया कि ठोस कचरे के एकत्रीकरण से लेकर उसको अन्तिम निस्तारण स्थल तक ले जाने की व्यवस्था, बन्द बैग में की जाये, जिससे सफाई की गुणवत्ता तथा स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित हो सके।
इस सम्बन्ध में विचार-विमर्श के दौरान कुम्भ की सफाई व्यवस्था के लिये उत्तरदायी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं उ0प्र0 हेल्थ स्ट्रेंथिनिंग प्रोजेक्ट द्वारा इस कार्य हेतु नियुक्त परामर्शदाता श्रीमती सलोनी गोयल द्वारा यह व्यवस्था सुझायी गयी कि ठोस कचरे के प्रबन्धन में इसका एकत्रीकरण तीन स्तरों पर किया जाना होगा।
मण्डलायुक्त ने कड़े निर्दैश देते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को यह चेतावनी दी है कि इस माघ मेले से लेकर कुम्भ मेले तक जिस क्षेत्र में कही भी ट्वायलेट के बन्द होने की सूचना प्राप्त होगी उसके नियंत्रक अधिकारी एवं निचले स्तर के स्वीपर तक का उस दिन का वेतन काट लिया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों को कड़ी हिदायत दी है कि माघ मेले से ही ट्वायलेट के ओवरफ्लो होने या उसके बन्द होेने पर नियंत्रण शत प्रतिशत सुनिश्चित करें अन्यथा बहुत बड़ी कार्यवाही के लिए तैयार रहें।