इटावा। ग्वालियर-बरेली हाईवे पर इटावा प्रखंड सिचाई नहर का लोहिया पुल सड़क हादसों का केंद्र बन गया है। सपा सरकार के दौरान डेढ़ दशक पूर्व सैफई से भरथना बहारपुरा नहर पुल तक नहर पटरी को हॉट मिक्स प्लांट की सड़क में परिवर्तित कर दिया गया। इससे नहर से जुड़े ग्रामों के ही नहीं अपितु कई जिलों के लोग इस सड़क से आवागमन कर रहे हैं। एक्सप्रेस-वे शुरू होने से हाईवे पर वाहनों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुई है, इससे यह पुल हादसों का केंद्र बन गया है। लोहिया नहर पुल पर बीते दिवस डंपर द्वारा बाइक सवार दो सगे भाइयों को रौंदने की नई घटना नहीं हैं, यहां पर जरा सी चूक होने पर आए दिन सड़क हादसे घटित हो रहे हैं। सोमवार को सुबह वैन तथा वेगनआर कार की आमने-सामने टक्कर हो गई,
इसमें कोई हताहत नहीं हुआ लेकिन दोनों कार क्षतिग्रस्त हो गयी। 25 जून को इसी जगह तीन कारें एक-दूसरे से टकराई थीं जिसमें आधा दर्जन लोग घायल हुए थे। हकीकत में लोहिया पुल अब व्यस्त चौराहा बन गया है। पुल पर पेड़ों की आड़ से बरेली हाईवे पर दौड़ने वाले वाहन इस नहर पटरी पर दौड़ रहे लोगों को दूर से नजर नहीं आते हैं। इससे अक्सर हादसे घटित हो रहे हैं। प्रशासन ने भी अभी तक सड़क सुरक्षा के तहत इस ओर कोई तवज्जो नहीं दी है। लोहिया नहर पुल चौराहा बन गया है, जल्द ही बरेली हाईवे तथा पुल के दोनों ओर की सड़कों पर स्पीड ब्रेकर बनवाए जाएंगे। पुल पर पुलिस चेकिग भी कराने की पहल की जाएगी। जब तक लोक निर्माण विभाग ब्रेकर नहीं बनवाता तब तक पुलिस चैनल तथा लोहे के ब्रेकर लगाकर हादसों पर अंकुश लगाने का प्रयास करेगी।