गोंदलामऊ: सीतापुर के गोंदलामऊ सीएचसी के निरीक्षण पर आए स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने मुलायम सिंह द्वारा आजम खां का बचाव करने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आजम खां समाजवादी पार्टी के जमीनी नेता हैं और मुलायम सिंह के साथ एक पार्टी में हैं। ऐसे में नेता जी का आजम का बचाव करना स्वभाविक है। आजम खां मुलायम सिंह के खास भी हैं इसलिए उनका बचाव करना अपनी जगह सही भी है। स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि मुलायम सिंह पार्टी में जैसे चाहे वैसे आजम का बचाव कर सकते हैं लेकिन सरकारी कागज के हिसाब से ही मुकदमा दर्ज किया गया है। वे कागज हमने भी देखें है उनसे ये साफ पता चलता है कि आजम खां ने जमीन के कई घोटाले किए हैं।
आजम ने सरकारी जमीन को विश्वविद्यायल के अंदर डाल दिया है और अपने निजी प्रयोग में भी लाएं हैं। ऐसे में जो भी मुकदमा दायर किया गया है वह सबूत के अधार के पर ही दायर किया गया है। वहां के एसडीएम और रेवन्यू ने दस्तावेज निकाल कर दिए हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह ने बुधवार को मलेरिया से प्रभावित विकासखंड गोंदलामऊ सीएचसी का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मरीजो से बातचीत कर स्वास्थ्य सुविधाएं परखी। एक्सरे न होने पर जल्द मशीन उपलब्ध कराए का आश्वासन दिया। गोंदलामऊ विकासखंड में जानलेवा बुखार से अब तक 31 लोगो की मौत हो चुकी है। इसको लेकर बुधवार को मंत्री जय प्रताप सिंह गोंदलामऊ सीएचसी पहुंचे। जहां पर उन्होंने लैब, ओपीडी, इमरजेंसी, स्टोर रुम, मेस रुम का निरीक्षण किया। जिसमे सबकुछ सामान्य मिला। इसके बाद वार्ड में भर्ती अभिषेक व सुनीता के परिजनो से अस्पताल में मिल रही सुविधाओ की जानकारी हासिल की। जिसमे मरीजो ने सबकुछ दुरुस्त बताया।
मंत्री ने मरीजो को सरकारी की तरफ से टीबी मरीज को मिल रही सुविधाओ की जानकारी दी। साथ ही लैब में ब्लॅड सैंपल की हो रही जांच को परखा। स्वास्थ्य विभाग के अफसरो के साथ मीटिंग करके स्वास्थ्य सुविधाओ की समीक्षा की। सीएचसी पर पिछले कई वर्षो से एक्सरे टेक्रीशियन की तैनाती है। लेकिन यहां पर मशीन नहीं है। इस पर मंत्री ने कहा जल्द ही यहां पर मशीन उपलब्ध करा दी जाएगी। गोंदलामऊ की तीन पीएचसी पर चिकित्सकों के ठहरने की व्यवस्था पर कहा जल्द ही तीन जगह आवास बनवाकर चिकित्सकों के रुकने की व्यवस्था कराई जाएगी। उन्होंने कहा गांवों में गंदगी फैली हुई है। जिलाधिकारी को विशेष साफ सफाई कराए जाने के निर्देश दिए गए है। इसके बाद वह बिना कोई गांव गए सीधे लखनऊ निकल गए। इस दौरान विधायक रामकृष्ण भार्गव, एसडीएम सिधौली किशुंक श्रीवास्तव, एडी डॉ. संजीव कुमार, सीएमओ डॉ. आरके नैय्यर आदि मौजूद रहे।
गोंदलामऊ में बुखार से रोजाना मौते हो रही है। लेकिन मंत्री जी ने एक भी प्रभावित गांव जाना जरुरी नहीं समझा। सीएचसी का दिखावे के फलस्वरुप निरीक्षण करके चाय नाश्ता करके निकल गए। जब मौतो के संबंध में सवाल पूंछा गया तो बोले अधिकतर मौतें उम्रदराज लोगो की हुुई है। उनको दूसरी बीमारियां थी। इसकी लखनऊ से सीधे मॉनीटरिंग हो रही है। गोंदलामऊ मलेरिया प्रभावित क्षेत्र है। बराबर टीमे भ्रमण कर रही है। कुल मिलाकर मंत्री जी को सबकुछ सही नजर आया। वही ग्रामीणो का कहना है काश मंत्री जी एक बार गांव पहुंचकर मरीजो से मिल लेते। उनको हालचाल पूंछा लेते तो कुछ तसल्ली हो जाती। इससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। जबकि एक दिन पहले जब मंत्री के आने की सूचना मिली थी तो ग्रामीणो को उम्मीद थी कुछ बेहतर मिलेगा। लेकिन मंत्री बिना कुछ देखे परखे निकल गए। न तो वह गांव गए, न ही किसी अफसर की लापरवाही पकड़ सकें।