राहुल यादव, लखनऊ।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने योगी सरकार द्वारा पंचायत चुनावों में चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों की लगाई गयी ड्यूटी पर योगी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कोरोना महामारी में जहां रोजाना सैंकड़ों लोग आक्सीजन, जीवनरक्षक दवाओं, इलाज और चिकित्सकों के अभाव में दम तोड़ रहे हैं ऐसे में प्रदेश भर में जिन भी जिलों में डाक्टर और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की चुनाव में ड्यूटी लगाया जाना शर्मनाक है। उन्होने कहा कि तत्काल डाक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की चुनावी ड्यूटी निरस्त कर उन्हें अस्पताल वापस भेजा जाए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इस भीषण महामारी में पूरा प्रदेश त्राहिमाम कर रहा है। लोग कोरोना संक्रमण से भयभीत हैं। ऐसे में जब लोग इलाज और डाक्टरों के अभाव में असमय काल के गाल में समां रहे हैं और योगी सरकार डाक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को चुनाव में ड्यूटी लगाई जा रही है यह दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार को जवाब देना चाहिए कि आखिर किसके आदेश से डाक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी चुनाव में लगाई गयी है? उन्होने कहा कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर तत्काल कार्यवाही होनी चाहिए।
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि आज प्रदेश की हालत अंधेर नगरी चैपट राजा जैसी हो गयी है। उन्होने जनपद कुशीनगर के विधानसभा क्षेत्र तमकुहीराज के सरकारी अस्पतालों के सभी डाक्टर सहित स्वास्थ्यकर्मियों की पंचायत चुनाव में ड्यूटी लगाये जाने पर कड़ा ऐतराज करते हुए कहा कि आज इस भयावह महामारी में डाक्टरों की सबसे अधिक जरूरत अस्पतालों में है और उनकी ड्यूटी चुनाव में लगा दी गयी है जो दुःखद है। उन्होने कहा कि यह सिर्फ तमकुहीराज में ही नहीं बल्कि प्रदेश भर में यही स्थिति है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पूरे देश के कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ता और नेता इस महामारी के समय जितना संभव हो रहा है लोगों की मदद करने में जुटे हैं। कोरोना संक्रमितों के लिए आक्सीजन, दवाओं और अन्य जरूरी आवश्यकताओं की जरूरतों को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।
अजय कुमार लल्लू ने पुनः जोर देकर कहा है कि कोरोना महामारी में चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों की सर्वाधिक आवश्यकता अस्पतालों में है ऐसे में राज्य सरकार तत्काल उनकी पंचायत चुनाव में ड्यूटी निरस्त कर उन्हें अस्पतालों में सरकार अविलम्ब भिजवाये, ताकि इलाज और डाक्टरों के अभाव में दम तोड़ रहे लोगों की जान बचाई जा सके।