नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से देशवासियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हर देश की विकासयात्रा में एक समय ऐसा आता है, जब वो देश खुद को नए सिरे से परिभाषित करता है, खुद को नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ाता है, भारत की विकास यात्रा में भी आज वो समय आ गया है पीएम मोदी ने कहा कि अब हमें सैचुरेशन की तरफ जाना है।
अब समय आ गया है कि शत प्रतिशत गांवों में सड़कें हों, शत प्रतिशत परिवारों के पास बैंक अकाउंट हो, शत प्रतिशत लाभार्थियों के पास आयुष्मान भारत का कार्ड हो, शत-प्रतिशत पात्र व्यक्तियों के पास उज्ज्वला योजना का गैस कनेक्शन हो। शत प्रतिशत लोगों के पास बीमा हो, सौ फीसदी लोगों के पास पेंशन हो।
पीएम मोदी ने कहा कि अमृत काल लक्ष्य ऐसे भारत का निर्माण है जहां सुविधाओं का स्तर गांव और शहर को बांटने वाला न हो। पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे भारत के निर्माण के लिए हमें परिश्रम को पराकाष्ठा के स्तर पर ले जाना होगा। उन्होंने कहा कि ये हमारा संकल्प है. लेकिन संकल्प तबतक अधूरा होता है जबतक संकल्प के साथ परिश्रम के साथ पराक्रम की पराकाष्ठा न हो। इसलिए हमें हमारे सभी संकल्पों को परिश्रम की पराकाष्ठा करके सिद्ध करके ही रहना है ये हमारे संकल्प संपूर्ण विश्व के लिए प्रभावी योगदान के लिए भी है।
पीएम मोदी ने इन सपनों के लिए सरकार की कोशिशें भी बताई. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति तक पोषण पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है. अब अलग अलग योजनाओं में दिया जाने वाला चावल पोषणयुक्त होगा. राशन, मिड डे मील का चावल फोटीफाइड किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मेडिकल शिक्षा में सुधार, प्रिवेंटिव हेल्थ और मेडिकल सीट्स भी बढ़ी हैं. 75 हजार से ज्यादा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने ओबीसी तय करने का अधिकार राज्यों को दिया है। पीएम मोदी ने विकास को सर्वस्पर्शी और समावेशी करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि विकास की रफ्तार और दायरा बढ़ रहा है।