अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहर लाल नेहरू मेडीकल कालिज में ईएनटी तथा रेसपायरेट्री मेडीसिन विभाग द्वारा आब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया विषय पर संयुक्त रूप से आयोजित सीएमई में देश के प्रमुख विशेषज्ञों द्वारा प्रतिभागियों को आधुनिक जानकारी उपलब्ध कराने के साथ एक रोगी की लाइव सर्जरी भी की गई। सीएमई के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने कहा कि स्लीप ऐपनिया के बारे में चिकित्सकों तथा रोगियों के मध्य बीमारी के बारे में बेहतर समझ की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि स्लीप एपनिया में लम्बे समय तक लोग हलकी नींद लेते हैं और उन्हें गहरी नींद बहुत कम आती है। कुलपति ने कहा कि स्लीप एपनिया से अन्य गंभीर बीमारियां जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप तथा हृदयघात आदि भी हो जाते हैं। पीजीआईएमईआर चण्डीगढ़ में ईएनटी विभाग में एडीशनल प्रोफैसर डा. संदीप बंसल ने आब्सट्रक्टिव स्लीप ऐपनिया के निदान एवं पहचान पर व्याख्यान दिया जिसमें उन्होंने बताया कि यह रोग बढ़ती आयु के साथ किस प्रकार से बढ़ता है। विशेष कर उन लोगों में जिनकी आयु 60 वर्ष से अधिक है या जो लोग शारीरिक रूप से बहुत मोटे हैं। डा. बंसल ने इस रोग से ग्रस्त एक व्यक्ति की लाइव सर्जरी भी की। मेडीसिन संकाय के डीन प्रो. एससी शर्मा ने इस रोग के महत्व पर प्रकाश डाला तथा इस रोग के कारण बढ़ती रोगियों की संख्या और उसके निदान पर भी चर्चा की। जेएन मेडीकल कालिज के पूर्व छात्र डा. जिया हाशिम जो एसजीपीजीआई लखनऊ के पलमोनरी मेडीसिन विभाग में अतिरिक्त प्रोफेसर हैं, ने इस रोग के गैर शल्य चिकित्सा प्रबन्धन पर प्रकाश डाला। पीजीआईएमईआर चण्डीगढ़ के डायटिक्स विभाग में वरिष्ठ डायटीशियन डा. नेंसी साहनी ने इस रोग से पीड़ित रोगियों के आहार सम्बन्धी पहलुओं पर प्रकाश डाला। ईएनटी विभाग के अध्यक्ष प्रो. कमलेश चन्द्रा ने उपस्थितजनों का स्वागत किया तथा सीएमई के आयोजन सचिव एवं रेस्पायरेट्री मेडीसिन विभाग के अध्यक्ष प्रो. मोहम्मद शमीम ने उपस्थितजनों का आभार जताया। कार्यक्रम में ईएनटी विभाग तथा रेस्पायरेट्री मेडीसिन विभाग के चिकित्सकों के अलावा रेजीडेंट चिकित्सकों ने भी भाग लिया।
स्लीप एपनिया रोग के कारण बढ़ती रोगियों की संख्या और उसके निदान पर भी चर्चा
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