नई दिल्ली: प्रयागराज में शाही स्नान के साथ अर्द्धकुंभ मेले की शुरुआत हो गई है. मेले में सबसे पहले साधु-संतों का शाही जुलूस निकाला गया जिसके बाद शाही स्नान की परंपरा शुरू हो गई है. अलग-अलग अखाड़ों को स्नान के लिए अलग-अलग वक्त दिया गया जो चार बजे तक चलेगा. वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी आस्था से अर्द्धकुंभ में डुबकी लगाते हुए ट्विटर पर अपनी तस्वीर शेयर की है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कुंभ पहले दिन लोगों को शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘प्रयागराज में आरंभ हो रहे पवित्र कुंभ मेले की हार्दिक शुभकामनाएं. मुझे आशा है कि इस अवसर पर देश-विदेश के श्रद्धालुओं को भारत की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक विविधताओं के दर्शन होंगे. मेरी कामना है कि अधिक से अधिक लोग इस दिव्य और भव्य आयोजन का हिस्सा बनें.
आपको बता दें कि शाही स्नान में इस बार आम लोगों के साथ साथ 14 अखाड़ों के साधु संत हिस्सा ले रहे हैं. इसके पहले 13 अखाड़े हुआ करते थे लेकिन इस बार किन्नर अखाड़े को भी मान्यता मिली है जिसके बाद अखाड़ों की संख्या 14 हो गई है. सनातन परंपरा में पहली बार जूना अखाड़ा के साथ महाकाल के उपासक किन्नर अखाड़े के साधु संत भी शाही स्नान करते नज़र आए. इस मौके पर किन्नर अखाड़े के लोग जूना अखाड़े की परंपरा का पालन करते नज़र आए. इसके पहले उज्जैन में हुए कुंभ के दौरान किन्नर अखाड़े को लेकर विवाद हो गया था लेकिन इस बार कुंभ में किन्नर अखाड़े का चौतरफा स्वागत हो रहा है. अर्द्धकुंभ में इस बार 8 शाही स्नान होंगे. अंतिम शाही स्नान महाशिवरात्री के दिन यानी 4 मार्च को होगा. इसी दिन कुंभ मेले का समापण भी होगा. मान्यता है कि शाही स्नान के शुभ मुहूर्त पर डुबकी लगाने से अमर होने का वरदान मिलता है. इसी कारण शाही स्नान के दौरान श्रद्धालुओं में पवित्र नदियों में डुबकी लगाने की होड़ लगी रहती है.