नई दिल्ली: इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) एयरपोर्ट पर मुंबई जाने वाले स्पाइसजेट के विमान को टर्मिनल-3 से टर्मिनल-1 तक ले जाने में तकनीकी कारणों से देरी हो गई। इससे विमान करीब दो घंटे की देरी से उड़ान भर सका। इस बीच यात्रियों को बोर्डिंग के बाद 40 मिनट तक एयरलाइंस की बस में बैठना पड़ा। इसके बाद उन्हें वापस टर्मिनल बिल्डिंग में छोड़ दिया गया, जहां से दोबारा सुरक्षा जांच कराकर यात्री विमान तक पहुंचे। एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक स्पाइसजेट की उड़ान संख्या एसजी-153 को शुक्रवार की सुबह करीब 6.10 बजे आईजीआई एयरपोर्ट से मुंबई के लिए रवाना होना था।
सुरक्षा जांच के बाद करीब 100 यात्रियों को लेकर एयरलाइंस की बस विमान के लिए रवाना हुई। इसी बीच तकनीकी कारणों से उड़ान में देरी होने पर यात्रियों को थोड़ी देर बस में बैठने के लिए कहा गया लेकिन आधा घंटा गुजरने के बाद भी जब उन्हें विमान में नहीं बैठाया गया तो यात्रियों ने विरोध जताना शुरू कर दिया। करीब 40 मिनट बाद उन्हें वापस टर्मिनल बिल्डिंग में छोड़ा गया। यहां दोबारा सुरक्षा जांच किए जाने के बाद यात्रियों को बोर्डिंग पास दिया गया। इसके बाद करीब दो घंटे की देरी से आठ बजे उड़ान मुबंई के लिए रवाना हुई।
यात्री अभिषेक का कहना है कि यह पूरी तरह स्पाइसजेट के प्रबंधन की लापरवाही है। यदि उड़ान में देरी थी तो यात्रियों को बस में ले जाना ही नहीं चाहिए था। स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने बताया कि दुबई से आने वाली उड़ान तय समय पर टर्मिनल-3 पर पहुंच गई थी। इसलिए यात्रियों को बस में बैठा दिया गया लेकिन इसी बीच तकनीकी कारणों से विमान को टर्मिनल-3 से टर्मिनल-1 पर ले जाने की इजाजत नहीं मिली, इससे उड़ान में देरी हुई। इसकी वजह से यात्रियों को टर्मिनल बिल्डिंग में ले जाया गया। सुरक्षा नियमों के मुताबिक टर्मिनल में जाने के बाद यात्रियों को दोबारा से बोर्डिग और सुरक्षा जांच की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।