लखनऊ। हमारी अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्कंद श्रीवास्तव ने उत्तर प्रदेश में बेकाबू हो चुकी कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए मीडिया के माध्यम से प्रदेश और केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार से पूछा है कि क्या यही नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है जहां बेटियों की आबरू खुलेआम लूट ली जाती है? प्रदेश सरकार के नाम के नीचे सरेआम लूट और हत्या जैसी वारदातों को अंजाम दे दिया जाता है? उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में चार युवकों द्वारा बंदूक की नोकपर 15 वर्षीय किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर सवाल उठाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार और उसके अलंबरदारों ने दावे तो बड़ेकृबड़े किए लेकिन अपराधियों के हौसले आज भी बुलंद हैं।
उत्तर प्रदेश पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में है। और तो और अपराधों पर नकेल कसने और कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के दावे करने वाले पुलिस प्रमुख की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। चंद दिनों पहले उत्तर प्रदेश की राजधानी में सर्राफा व्यवसायी के साथ हुई लूट एवं हत्या की घटना और अब मुजफ्फरनगर के खतौली गांव में चार लेने गई 15 वर्षीय किशोरी के साथ शुक्रवार की रात हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए हमारी अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि योगी सरकार के दावे फेल होने लगे हैं। प्रदेश में अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा हे।
बेरोजगारी चरम सीमा पर है, किसानों की व्यथा कोई सुनने वाला नहीं है। महिलाओं व बेटियों की आबरू हर पल खतरे में दिखाई दे रही है। और तो और भाजपा के जनप्रतिनिधि भी एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए जूतमपैजार पर उतारू हैं। ऐसे में यूपी सरकार सत्ता के नशे में चूर होकर महज सियासी गणित बिठाने और जनता के बीच हकीकत से परे झूठे दावे करके उन्हें वर्गनाले में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि लेकिन यूपी सरकार सहित भाजपा को यह समझ लेना चाहिए कि अब उसके झांसे में नौजवान, किसान और महिलाएं नहीं आने वाली हैं। आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को इसका जवाब मिल जाएगा।