अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि यूपी में कोरोना संक्रमण के केस तेजी से कम हो रहे हैं। हमने सबसे ज्यादा टेस्ट किए हैं और प्रदेश की जनता को फ्री में वैक्सीन लगवाया जा रहा है। कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए केंद्र-राज्य मिलकर काम कर रहे हैं।
ये बातें मुख्यमंत्री ने सैफई में कही। सीएम योगी आज यहां चिकित्सा आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में निरीक्षण करने पहुंचे थे। उनका हेलीकॉप्टर अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स स्टेडियम में उतरा। सबसे पहले उन्होंने मेडिकल यूनिवर्सिटी का निरीक्षण किया और फिर अब वह प्रशासनिक भवन में अधिकारियों के साथ बैठक की।
सीएम का पहली बार सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गांव सैफई में आगमन हुआ। भाजपा शासन में पहली बार मुख्यमंत्री योगी सैफई आए हैं। वैसे, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शायद सैफई न आते, लेकिन यहां राज्य की बेहतरीन समझी जाने वाली मेडिकल यूनिवर्सिटी में कोरोना काल में बने 200 बेड के एल-3 कोविड अस्पताल में राज्य भर से कोरोना संक्रमित इलाज कराने के लिए आने के कारण वह आए हैं। मुख्यमंत्री खुद यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति भी हैं।
उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कोविड की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए इंतजाम तेजी से किए जा रहे हैं। हर जिले में 100-100 पीडियाट्रिक बेड के वार्ड की व्यवस्था की जा रही है ताकि बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
कोविड की संभावित तीसरी लहर से पहले 10 साल से कम उम्र बच्चों के माता-पिता का टीका लगवा देंगे, इससे बच्चों पर खतरा कम होगा। इस माह के अंत तक दूसरी लहर खत्म होने की उम्मीद है और तीसरी लहर को रोकने के लिए प्रदेश में तैयारी तेज हैं।
जिलों में दौरे करके चिकित्सा व्यवस्थाएं दुरुस्त कराई जा रही हैं।
केंद्र सरकार के सहयोग से पूरे प्रदेश में 300 आक्सीजन प्लांट लग रहे हैं। वह सैफई स्थित उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई का निरीक्षण करने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए। सैफई की हवाई पट्टी पर पहली बार किसी गैरसपाई हेलीकॉप्टर उतरा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना महामारी में इलाज की व्यवस्था आदि का जायजा लेने शनिवार को इटावा पहुंचे। मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर 11:15 हेलीपैड पर उतरा। यहां से वह कार में सैफई उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय पहुंचे।
यहां नए बन रहे 1000 परमिनट लीटर के ऑक्सीजन के प्लांट को देखने गए। इस प्लान का निर्माण कार्य 18 मई तक पूरा हो जाना था लेकिन अभी नहीं हुआ इसपर उन्होंने नाराजगी जताई। साथ ही प्लांट निर्माण जल्द पूरा कराने को कहा।
इसके बाद मुख्यमंत्री कोविड अस्पताल और मरीजों को मिलने वाले सुविधाओं की जानकारी ली। विश्वविद्यालय में ही अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने सभी के कार्य की सराहना की।