सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने इस बात का किया वादा, इयोन मोर्गन की इंग्लैंड टीम ने बुधवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए न्यूजीलैंड को 119 रन के बड़े अंतर से हराया और वर्ल्डकप 2019(World Cup 2019) के सेमीफाइनल में स्थान बना लिया. इंग्लैंड टीम ने 26 वर्ष बाद वर्ल्डकप के सेमीफाइनल में जगह बनाई है. टीम आखिरी बार वर्ष 1992 में हुए वर्ल्डकप के सेमीफाइनल में पहुंची थी. मैच के बाद इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन काफी भावुक नजर आए. इंग्लैंड के सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद वे अपने परिवार के साथ गर्मजोशी से मिले. मोर्गन ने वादा किया कि इंग्लैंड टीम आगे के मैचों में भी आक्रामक अंदाज का खेल जारी रखेगी.
मैच के बाद उन्होंने कहा-सेमीफाइनल में पहुंचना शानदार अनुभव है. हमने पिछले दो मैच में भारत और न्यूजीलैंड के खिलाफ जिस तरह का प्रदर्शन किया, उसे बरकरार रखने की जरूरत है. इंग्लैंड के कप्तान ने कहा कि यह अच्छी बात है कि हमारे खिलाड़ी और टीम के प्रदर्शन में निरंतरता दिख रही है. यह पूछे जाने पर कि नॉकआउट दौर में पहुंचाने के लिए वे किस खिलाड़ी का खास तौर पर जिक्र करना चाहेंगे, मोर्गन ने कहा-सभी का. जो रूट, बेन स्टोक्स, जोस बटलर जैसे प्लेयर्स ने शानदार प्रदर्शन किया. लेकिन पिछले चार साल में जो खिलाड़ी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बनकर उभरे हैं, उनमें जेसन रॉय और जॉनी बेयरस्टॉ का नाम शामिल किया जा सकता है. इन दोनों के साथ खेलना और इनके खेल के सफर को देखना अद्भुत है.
दूसरी ओर, इंग्लैंड के हाथों मिली हार के बाद न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन ने कहा है कि उनकी टीम को और प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलनी चाहिए थी. न्यूजीलैंड की यह लगातार तीसरी हार है. मैच के बाद विलियम्सन ने कहा, “लगातार तीन मैच हारना अच्छी बात नहीं हैं. हमने जितनी प्रतिस्पर्धा से क्रिकेट खेली उससे ज्यादा प्रतिस्पर्धा से हमें खेलना चाहिए था. जरूरी है कि हम गलतियों से सीखें और आगे बढ़ें.” कीवी टीम के कप्तान विलियम्सन ने कहा, “उनके गेंदबाजों ने हमें शुरुआत से दबाव में डाल दिया. इसके लिए इंग्लैंड को श्रेय जाता है. हमें साझेदारियां करने की जरूरत थी, लेकिन हम कर नहीं पाए. हमारी बल्लेबाजी में लय नहीं थी. आज कुछ रन आउट भी हुए. इस तरह की शुरुआत लक्ष्य का पीछा करने के लिए सही नहीं हैं. सीखने के लिए काफी कुछ है लेकिन अहम बात यह है कि हमें अपनी टीम में निजी तौर पर ज्यादा योगदान की जरूरत है.”