लखनऊ:सुनंदा पुष्कर मौत मामला में शशि थरूर की परेशानी बढ़ गई है. जानकारी के अनुसार थरूर पर इस मामले में बतौर आरोपी केस चलाया जाएगा. उन्हें इसके लिए समन भेजा गया है. थरूर को सात जुलाई को अदालत में पेश होने के लिए कहा गया है. शशि थरूर पर सुनंदा पुष्कर को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है. साथ ही उन पर घरेलू हिंसा का भी आरोप लगाया गया है. पुलिस द्वारा फाइल चार्जशीट को देखने के बाद पांच जून को पटियाला हाउस कोर्ट ने थरूर पर केस चलाने की मंजूरी दी है.
दिल्ली पुलिस ने 14 मई को शशि थरूर पर सुनंदा को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था. दिल्ली पुलिस ने अदालत से कहा कि थरूर को साढ़े चार साल पुराने मामले में आरोपी के तौर पर तलब किया जाना चाहिये. उसने दावा किया कि उसके पास पर्याप्त सबूत हैं.
पुलिस ने तकरीबन 3000 पन्नों के आरोप पत्र
दिल्ली पुलिस ने तकरीबन 3000 पन्नों के आरोप पत्र में शशि थरूर को एकमात्र आरोपी के तौर पर नामजद किया है. पुलिस ने आरोप लगाया था कि उन्होंने अपनी पत्नी के साथ क्रूरता की. थरूर के घरेलू नौकर नारायण सिंह को मामले में एक महत्वपूर्ण गवाह बनाया गया है.
कांग्रेस नेता पर आईपीसी की धारा 498 ए (क्रूरता) और 306 (आत्महत्या के लिये उकसाने) के आरोप लगाए गए हैं. धारा 498 ए के तहत अधिकतम तीन साल के कारावास की सजा का प्रावधान है जबकि धारा 306 के तहत अधिकतम 10 साल की जेल हो सकती है
दिल्ली पुलिस ने एक जनवरी 2015 को आईपीसी की धारा 302 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. शशि थरूर को इस मामले में अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.थरूर से वर्ष 2010 में विवाह करने वाली पुष्कर को दिल्ली के लीला पैलेस होटल में 17 जनवरी 2014 को रहस्यमयी हालत में मृत पाया गया था. माना जा रहा है कि इस मामले में शशि थरूर के खिलाफ सबसे अहम सबूत दिल्ली एयरपोर्ट पर थरूर और सुनंदा के बीच हुआ विवाद ही रहा. जानकारी के मुताबिक सुनंदा पुष्कर और थरूर के बीच त्रिवेंद्रम से दिल्ली आ रही फ्लाइट में इस कदर झगड़ा हुआ था कि दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचते ही सुनंदा ने खुद को बाथरूम में बंद कर लिया था.