लालू प्रसाद ने कहा कि मामले में साफ-साफ दस्तावेजों के साथ जो आरोप सीबीआई ने लगाए उसका जवाब हम निचली अदालत में दे चुके हैं. हमने भी अदालत में बयान दिया है. मुझ पर चारा घोटाले को लेकर अलग-अलग केस दर्ज हुए. सब पर एक ही आरोप है पर अलग-अलग ट्रायल चल रहा है. 23 दिसंबर को अदालत ने बुलाया है. हमको न्याय व्यवस्था पर विश्वास है. हम पर केस मेकआउट नहीं होता है. उन्होंने कहा कि ये लोग लालू की शक्ति को जानते हैं कि ये डरने वाला नहीं है. इन्होंने हम पर और हमारे बच्चों पर केस करके हमको नीचा दिखाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार, सुशील मोदी, बीजेपी, आरएसएस जानते हैं कि लालू से मुकाबला नहीं हो सकता है. इसलिए इसे रोक दो. शनिवार को चारा घोटाले के एक और मामले में विशेष सीबीआई कोर्ट में लालू प्रसाद यादव समेत बिहार के दो पूर्व मुख्यमंत्री समेत कई राजनेताओं और अधिकारियों के भाग्य का फ़ैसला करेगी.
लालू ने कहा कि अगर हमने बीजेपी के सामने सरेंडर कर दिया होता तो हम पर केस ही नहीं होता. तब तो सारा केस खत्म कर देते और ये ही तो उनकी चाल है. केस करके रखो ताकि अगला पकड़कर में रहे. हम डरने वाले हैं और चुप रहने वाले हैं क्या. हम फेस कर रहे हैं और फेस करेंगे.
आरजेडी प्रमुख ने कहा कि कोर्ट क्या करता है ये न्यायिक प्रक्रिया का मामला है. इस सवाल पर हम जवाब कैसे दे सकते हैं. ये लोग तो चाहते हैं हमें जेल भिजवाना.
लालू प्रसाद ने कहा कि इस मामले में किताब लिखेंगे. अभी ये मामला कोर्ट में हैं. अभी जेल जा रहे है या बाहर आकर लिखेंगे. इस मामले में एक व्यक्ति को बिठाकर किताब लिखेंगे हम बोलेंगे और वो लिखेगा. सच क्या है, पशुपालन का रोग और उसका इलाज क्या है? हमें पूरी उम्मीद है न्याय मिलेगा.