अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में झांसी के सीओ सदर मनीष सोनकर ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। मनीष सोनकर ने झांसी के एसएसपी रोहन पी कनय को राज्यपाल को संबोधित अपना इस्तीफा भेज दिया है। इस मामले में एसएसपी रोहन पी कनय का कहना है कि इस्तीफे की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई है, जिस पर सलाह मशवरा करने के बाद आगे कोई निर्णय लिया जाएगा।
दरअसल वर्ष 2005 बैच के पीपीएस अधिकारी मनीष सोनकर डेढ़ साल पहले ही झांसी में तैनात हुए थे। करीब दो माह पहले उनको सीओ का चार्ज मिला। सीओ मनीष यहां सरकारी आवास में पत्नी एवं चार साल की बेटी के साथ रहते हैं। सीओ के मुताबिक 30 अप्रैल को उनकी पत्नी को कोरोना संक्रमण हो गया।
घर में अकेले होने से पत्नी की देखरेख के लिए उन्होंने एक से छह मई के लिए अवकाश मांगा लेकिन, अवकाश स्वीकृत नहीं हुआ। 20 अप्रैल से खुद मनीष भी तेज बुखार से पीड़ित रहे। पांच बार उन्होंने टेस्ट कराया लेकिन कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट आई लिहाजा मनीष दवाइयों के साथ सरकारी ड्यूटी निभाते रहे।
सीओ सदर मनीष सोनकर की पत्नी होम्योपैथिक डॉक्टर है ,बताया जा रहा है पत्नी की देखरेख के चलते मनीष स्वस्थ हो गए और लॉकडाउन को लागू करवाने मीटिंग में मौजूद रहने, चेकिंग, क्राइम इन्वेस्टीगेशन के काम में लग गए।
30 अप्रैल को मनीष की पत्नी का रेंडम कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया, इसके चलते पत्नी को आइसोलेट करना पड़ा और 4 साल की बेटी के साथ मनीष उसी घर में अलग हुए और जिम्मेदारी मनीष के ऊपर आ गई। इसी बीच पंचायत चुनाव में मनीष की मतगणना में ड्यूटी लग गई थी।
मनीष ने टेलीफोन पर और एसएसपी को अपने हालातों की जानकारी देते हुए 1 मई से 6 दिन के लिए आकस्मिक अवकाश मांगा, लेकिन उनकी ड्यूटी 2 से 3 मई तक बड़ागांव ब्लॉक के पंचायत चुनाव की मतगणना में लगा दी गई। जिसके बाद मनीष ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया। बताया जा रहा है कि इस्तीफे के बाद एसएसपी ने उनको छुट्टी दे दी है।
वहीं अब इस मामले के तूल पकड़ने के बाद एडीजी जोन कानपुर भानु भास्कर का बयान सामने आया है। उनका कहना है कि मामला उनके संज्ञान में है और सहानुभूति पूर्वक उसे निपटाने का प्रयास किया जा रहा है।