अशाेक यादव, लखनऊ। केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने बरेली दौरे पर आए मुख्यमंत्री के समक्ष अधिकारियों की शिकायत की। सुझाव के साथ कहा कि बरेली में मेडिकल से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण अधिकारी फोन नहीं उठाते हैं जिससे मरीजों को असुविधा हो रही है। सभी निजी अस्पतालों को कोविड मरीजों को भर्ती कराने की सुविधा दें, इससे हमें कोरोना से जंग जीतने में मदद मिलेगी।
केंद्रीय मंत्री ने इस दौरान सात बिंदुओं का पत्र भी सौंपा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में एमएसएमई के तहत आने वाले केंद्र सरकार 50 प्रतिशत की छूट उन अस्पतालों को दी जाती है जो ऑक्सीजन प्लांट लगाना चाहते हैं। इसी तर्ज पर बरेली में भी कुछ प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों को 50 प्रतिशत की छूट के साथ जल्दी प्लांट मुहैया कराया जाएं ताकि ऑक्सीजन से आने वाली परेशानी दूर की जा सके। अस्पतालों में प्रयोग होने वाले मल्टी पैरा मॉनीटर, बायोपैक मशीन, वेंटिलेटर व अन्य जरूरी उपकरण जो कोरोना बीमारी में अत्यधिक आवश्यक हैं उनको व्यापारी डेढ़ गुना रेट पर बेच रहे हैं।
सीएम से मांग की कि इनका रेट सरकार से निर्धारित कराएं और एमएसएमई से रजिस्टर्ड अस्पतालों को छूट दिलाई जाए। संक्रमित मरीज को तत्काल कोविड एल-3 अस्पताल में भर्ती कराने पर जोर दिया। कहा कि रेफरल होने के बाद मरीज को चक्कर कटवाए जाते हैं। बरेली में खाली ऑक्सीजन सिलेंडर की बहुत कमी पड़ गई है। शहर के लोगों ने ऑक्सीजन सिलेंडर अपने घरों में रख लिये हैं। ऐसे लोगों को चिह्नित कराएं जो बेवजह के सिलेंडर अपने घर में रखे हुए हैं, वे जरूरतमंद को मनमाने ढंग से सिलेंडर बेच रहे हैं।