औरंगाबाद। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के हड़ताली कर्मचारियों से अपना आंदोलन वापस लेने की अपील की है, जिससे आम लोगों, विशेषकर गरीबों को भारी असुविधा हो रही है। जबकि ट्रेड यूनियन एमएसआरटीसी का राज्य सरकार में विलय करने की अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं और उनकी हड़ताल जारी है।
औरंगाबाद जिलों में सभी डिपो में सन्नाटा पसरा हुआ है, जबकि निजी ट्रांसपोर्टर सड़कों पर अपनी बसें चलाने लगें हैं। राज्य सरकार ने बंबई उच्च न्यायालय में हड़ताली कर्मचारियों के खिलाफ अवमानना याचिका दायर की थी, अदालत ने यूनियनों को शुक्रवार तक जवाब देने का निर्देश दिया था। राज्य के सभी 250 बस डिपो पर कर्मचारी हड़ताल पर हैं।
एमएसआरटीसी ने अब तक राज्य भर में 918 कर्मचारियों को निलंबित किया है। इस बीच इस बीच, कार्यकर्ताओं ने कल से मुंबई के आजाद मैदान में अपना धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगें पूरी होने तक आजाद मैदान नहीं छोड़ने का फैसला किया है। भारतीय जनता पार्टी हडताली कर्मचारियों का समर्थन कर रही है।