चेतेश्वर पुजारा के सीरीज में तीसरे शतक और सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के साथ उनकी शतकीय साझेदारी से भारत ने सिडनी में खेले जा रहे चौथे और निर्णायक टेस्ट के पहले दिन चार विकेट पर 303 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पलड़ा भारी रखा. पुजारा ने 250 गेंद में 16 चौकों की मदद से नाबाद 130 रन की पारी खेलने के अलावा हनुमा विहारी (नाबाद 39) के साथ पांचवें विकेट के लिए 75 रन की अटूट साझेदारी करके भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया. इससे पहले उन्होंने अग्रवाल (77) के साथ दूसरे विकेट के लिए 116 जबकि कप्तान विराट कोहली (23) के साथ तीसरे विकेट के लिए 54 रन की साझेदारी की. यह पहला मौका है जब पुजारा ने किसी सीरीज में तीन शतक जड़े हैं. पुजारा ने अपनी इस पारी के दौरान किसी सीरीज में सर्वाधिक गेंद खेलने के लिहाज से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया.
वह मौजूदा सीरीज में अब तक 1135 गेंद का सामना करते हुए 458 रन बना चुके हैं. इससे पहले उन्होंने 2016-17 में ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे पर 1049 गेंद का सामना करते हुए 405 रन बनाए थे. रनों के लिहाज से भी यह किसी सीरीज में पुजारा का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. इससे पहले उन्होंने 2012-13 में इंग्लैंड के खिलाफ भारत में चार टेस्ट की सीरीज में 438 रन बनाए थे. भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. सीनियर ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन सुबह फिटनेस टेस्ट में नाकाम रहे और मैच से बाहर हो गए. ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजी आक्रमण की शुरुआत मिशेल स्टार्क (75 रन पर एक विकेट) और जोश हेजलवुड (51 रन पर दो विकेट) की जोड़ी ने की. मेलबर्न टेस्ट से बाहर रहने के बाद वापसी कर रहे लोकेश राहुल (09) एक बार फिर नाकाम रहे और दूसरे ओवर में ही हेजलवुड की गेंद पर पहली स्लिप में शॉन मार्श को कैच दे बैठे. जनवरी 2018 से विदेशी सरजमीं पर 12 टेस्ट में भारत की यह छठी सलामी जोड़ी थी. इस दौरान विदेशी सरजमीं पर 23 पारियों में सलामी साझेदारी का औसत सिर्फ 21 . 56 रहा है.