लखनऊ : सावन के दूसरे सोमवार को देशभर के शिव मंदिरों और शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से ही उमड़ रही है. देशभर में जगह-जगह कावड़ियों ने कावड़ यात्रा देखने को मिल रही है. मंदिरों में जय बम बोले की गूंज के साथ श्रद्धालु शिवलिंग पर बेलपत्र, दूध व जल चढ़ाते नजर आए. बड़ी संख्या में कावड़िये सुबह से ही प्रसिद्ध मंदिरों में विराजमान शिवलिंग पर जलाभिषेक कराने के लिये जल लेकर पहुंचे. कई जगह कावड़ियों के लिए जलपान की व्यवस्था की गई थी. नई जेनरेशन के लोगों के जेहन में सवाल उठ रहे होंगे कि आखिर सावन के दूसरे सोमवार का क्या महत्व है. आइए इस विशेष दिन विशेषताएं समझते हैं.
धर्म कार्यों से जुड़े लोगों के मुताबिक इस बार सावन के दूसरे सोमवार को सर्वार्थ सिद्धि योग बना है इसके साथ ही वृद्धि योग और कृतिका नक्षत्र का संयोग बना है.
जब सोमवार में इस तरह का योग बनता है तब इस मुहूर्त में शुक्र अस्त, पंचक, भद्रा आदि पर विचार करने की जरूरत नहीं होती है. सच्चे मन से पूजा करने पर भगवान का आशीर्वाद मिलता है.
इतना ही नहीं सावन का दूसरा सोमवार शिवभक्तों को बेहतर स्वास्थ्य और बल प्रदान करने वाला माना गया है.
सावन के इस सोमवार में शिव को भांग, धतूरा और शहद अर्पित करना उत्तम फलदायी रहेगा. कालसर्प योग की शांति के लिए भी दूसरा सोमवार बेहद शुभ है. शिव का रुद्राभिषेक से विशेष लाभ और शिव की कृपा प्राप्त होती है और कालसर्प योग भी दूर होता है.
देश के सभी 12 ज्योर्तिलिंग में रविवार रात से ही भारी भीड़ देखी जा रही है. शिव भक्त सावन के दूसरे सोमवार को भगवान शिव को जल, दूध, बेलपत्र अर्पित करने में लगे हैं. उज्जैन के महाकाल और देवघर के बाबा बैजनाथधाम मंदिर में भारी भीड़ उमड़ रही है.
इसके अलावा दिल्ली, हरिद्वार, ओमकारेश्वर, मुंबई, पटना, लखनऊ, बरेली, जयपुरी आदि सभी छोटे-बड़े शहरों में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है.
सावन के दूसरे सोमवार के मौके पर मंदिरों और शहरों को आकर्षक तरीके से सजाया गया है.