नई दिल्ली: समाजसेवी अन्ना हजारे 30 जनवरी से भूख हड़ताल कर रहे हैं। मंगलवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह और रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे ने रालेगन सिद्धी जाकर उनसे मुलाकात की। इससे पहले सोमवार को मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे उनके गांव रालेगण सिद्धि पहुंचे थे। राज ठाकरे ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए अन्ना हजारे से कहा था कि पाखंडियों के लिए क्यों अपनी जान दे रहे हैं। इस दौरान राज ठाकरे के साथ जल पुरुष के नाम से प्रख्यात राजेंद्र सिंह भी मौजूद रहे थे। अन्ना से मिलने के बाद ठाकरे ने कहा था कि मैंने अन्ना से अनुरोध किया कि अयोग्य व पाखंडियों के लिए अपनी जान खतरे में न डाले।
अन्ना के कारण मोदी सरकार सत्ता में आई थी। उन्होंने कहा कि अन्ना को प्रधानमंत्री मोदी के किसी आश्वासन पर विश्वास नहीं करना चाहिए। राज ठाकरे ने अन्ना से अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त करने और भाजपानीत सरकार को दफन करने के लिए उनके साथ मिलकर राज्य का दौरा करने का अनुरोध किया था। मनसे नेता और अन्ना ने यादव बाबा मंदिर परिसर के एक बंद कमरे में 20 मिनट तक बैठक की थी। बैठक के बाद ठाकरे ने अन्ना के प्रदर्शन स्थल पर मौजूद सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर देश को धोखा देने एवं अपनी ही पार्टी के चुनावी घोषणापत्र को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया था। ठाकरे ने कहा था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अन्ना के आंदोलन के कारण पूरा देश जानता है। लेकिन, अब वे सत्ता में हैं और अन्ना के स्वास्थ्य की कोई चिंता नहीं है।