नई दिल्ली। पंजाब विधानसभा चुनावों के पहले पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के पोते सरदार इंदरजीत सिंह आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उनके दादा जी का जानबूझ कर एक्सीडेंट करवा कर उनकी हत्या कराई गयी थी।
भाजपा के यहां स्थित केन्द्रीय कार्यालय में पार्टी के महासचिव एवं पंजाब के प्रभारी डॉ. दुष्यंत गौतम तथा केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सरदार इंदरजीत सिंह काे अंगवस्त्र पहना कर पार्टी में स्वागत किया और सदस्यता की पर्ची प्रदान की।
इस मौके पर सरदार इंदरजीत सिंह ने कहा कि आज उनके स्वर्गीय दादा जी की मनोकामना वर्षों बाद पूरी हुई है। कांग्रेस ने उनकी वफादारी के बावजूद जैसा सलूक किया, उससे उनका दिल दुखा था। उन्होंने कहा, ‘मेरे दादा जी चाहते थे कि मैं भाजपा में जाऊं। उन्होंने मुझे अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के पास आशीर्वाद लेने भेजा था।
सरदार इंदरजीत सिंह ने कांग्रेस नेतृत्व पर सनसनीखेज आरोप लगाया कि 1994 में उनके दादा जी एवं पूर्व राष्ट्रपति की कार का किसी साजिश के तहत जानबूझ कर एक्सीडेंट कराया गया था जिसके बाद उपचार के दौरान उनका निधन हो गया था।
उल्लेखनीय है कि ज्ञानी जैल सिंह राष्ट्रपति बनने के बाद भी जब कभी पंजाब के आसपास होते थे तो वह आनंदपुर साहिब जाना नहीं भूलते थे। बाद में भी 1994 में तख्त केशगढ़ साहिब जाते समय उनकी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई, उन्हें चंडीगढ़ पीजीआइ अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया था, जहां उनका निधन हो गया था।
ऑपरेशन ब्लू स्टार एवं डाक विधेयक सहित कुछ मुद्दों पर कांग्रेस के तत्कालीन नेतृत्व से उनके मतभेद छिपे नहीं थे। उन्होंने कहा कि वह दिल्ली में उस समय के दिग्गज नेता मदनलाल खुराना के साथ कई रैलियों में शामिल हुए लेकिन तब पार्टी की सदस्यता नहीं ली थी।
उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके आमंत्रण पर वह भाजपा में शामिल हुए हैं और पार्टी जो भी दायित्व देगी, वह उसे पूरी लगन से पूर्ण करेंगे।