सू भा , लखनऊ / नई दिल्ली: अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ बग़ावत करने वाले यूपी के मंत्री ओपी राजभर को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली बुलाया है. राजभर आज दोपहर 2 बजे अमित शाह से उनके दिल्ली आवास पर मुलाक़ात करेंगे. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर पिछले दो दिनों से अपने बयानों की वजह से उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की जमकर फजीहत करवा रहे हैं. सोमवार को जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के एक साल पूरा होने पर उपलब्धियां गिनवा रहे तो दूसरी ओर ओमप्रकाश राजभर कर रहे थे कि एक साल में कुछ भी नहीं हुआ. ओमप्रकाश राजभर योगी सरकार में मंत्री कैबिनेट मंत्री हैं. वह काफी दिनों से अपने अपनी अनदेखी से नाराज हैं. पूर्वांचल की जातिगत राजनीति में उनकी अच्छी-खासी पकड़ है और बीजेपी को उनको नाराज नहीं करना चाहती है. ये लोग 325 सीटें लेकर पागल होकर घूम रहे हैं. बीजेपी गठबंधन धर्म का पालन नहीं कर रही है. उत्तर प्रदेश सरकार का सारा ध्यान सिर्फ मंदिर पर न कि गरीबों के कल्याण पर जिन्होंने वोट देकर सत्ता दी है. बातें बहुत होती हैं लेकिन जमीनी तौर पर बहुत कम काम हुआ है.
हालांकि हम अभी भाजपा के साथ गठबंधन में हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या भाजपा ने राज्यसभा और गोरखपुर तथा फूलपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशी तय करने से पहले हमसे कोई सलाह ली थी?भाजपा ने नगरीय निकाय चुनाव में अपने प्रत्याशी खड़े किए, लेकिन क्या तब उसने गठबंधन धर्म निभाया? यहां तक कि लोकसभा उपचुनाव में भी भाजपा ने अपने सहयोगी दलों से यह नहीं पूछा कि उपचुनाव में उनकी क्या भूमिका होगी?हम भाजपा के साथ गठबंधन में हैं और अगर वह गठबंधन धर्म नहीं निभाती है तो क्या हमें उसके साथ जाना चाहिए? गोरखपुर में हाल में हुए लोकसभा उपचुनाव में उनकी पार्टी भाजपा को कम से कम 30,000 वोट दिलवा सकती थी, लेकिन ऐसा लगता है कि भाजपा की नजर में हमारी कोई उपयोगिता नहीं है.